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सीएम ममता ने भाजपा को बताया नौकरीखोर, कहा- 26000 लोगों की नौकरी छीनने वालों को कभी माफ नहीं करेगी जनता

बंगाल में स्कूल भर्ती घोटाले में 25753 लोगों की नौकरी रद्द करने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले के बाद से लगातार हमलावार राज्य की मुख्यमंत्री व टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भाजपा पर फिर जोरदार हमला बोलते हुए उसे नौकरी खाने वाली भक्षक तक करार दिया। ममता ने कहा कि बंगाल की जनता 26000 शिक्षकों की आजीविका छीनने की साजिश करने वाले नेताओं को माफ नहीं करेगी।

By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Published: Fri, 26 Apr 2024 11:45 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2024 11:45 PM (IST)
इतने लोगों की नौकरी छीनने के कोर्ट के फैसले से भाजपा नेता हैं खुश हैं- सीएम ममता बनर्जी (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में स्कूल भर्ती घोटाले में 25,753 लोगों की नौकरी रद्द करने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले के बाद से लगातार हमलावार राज्य की मुख्यमंत्री व टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भाजपा पर फिर जोरदार हमला बोलते हुए उसे नौकरी खाने वाली भक्षक तक करार दिया।

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घाटाल से पार्टी उम्मीदवार देव के पक्ष में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पिंगला में चुनावी रैली को संबोधित करते हए ममता ने कहा कि बंगाल की जनता लगभग 26,000 शिक्षकों की आजीविका छीनने की साजिश करने वाले इसके (भाजपा) नेताओं को माफ नहीं करेगी। ममता ने लगे हाथ कांग्रेस और माकपा पर भी हमला बोला और दोनों पार्टियों को राज्य में भाजपा की आंख और कान कहकर कटाक्ष किया।

आपने नौकरीखोर भाजपा के बारे में सुना है?

ममता ने रैली में लोगों से पूछा, आपने आदमखोर बाघों के बारे में तो सुना है, लेकिन क्या आपने नौकरीखोर भाजपा के बारे में सुना है? क्या आपने कोर्ट द्वारा इतने सारे लोगों को बेरोजगार किए जाने के बाद भाजपा, माकपा और कांग्रेस के नेताओं के चेहरे पर खुशी देखी?

26 हजार लोगों के साथ ऐसा कैसे किया जा सकता है?

ममता ने इशारों में अदालत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मैं फैसले पर टिप्पणी नहीं करना चाहती या न्यायाधीशों के बारे में कुछ नहीं कहना चाहती, लेकिन आप 26 हजार युवाओं की नौकरी छीनकर उनसे 12 प्रतिशत ब्याज के साथ वेतन वापस मांग रहे हैं। क्या आप ऐसे नौकरियां ले सकते हैं? उन्हें सुधरने का मौका दें। 26 हजार लोगों के साथ ऐसा कैसे किया जा सकता है।

हाई कोर्ट ने भर्ती रद्द करने का दिया आदेश

दरअसल, हाई कोर्ट ने सोमवार को राज्य संचालित स्कूलों में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के माध्यम से 2016 में भर्ती की गई 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश दिया था। ममता ने कहा कि अदालत के फैसले के बाद भाजपा, माकपा और कांग्रेस के नेताओं की प्रतिक्रियाओं से साजिश स्पष्ट थी।

माकपा और कांग्रेस को एक भी वोट मत देना- ममता

ममता ने यह भी दावा किया कि बंगाल में विपक्षी आईएनडीआईए गुट का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि माकपा और कांग्रेस को एक भी वोट देने से पीएम नरेन्द्र मोदी के हाथ मजबूत होंगे। ममता ने कहा कि यह एकमात्र टीएमसी है, जो यहां सांप्रदायिक और अलोकतांत्रिक भाजपा से लड़ रही है। ममता ने भाजपा की आलोचना करते हुए यह भी आरोप लगाया कि उसने चिलचिलाती गर्मी की परवाह किए बिना चुनाव आयोग को बंगाल में सात चरणों में चुनाव कराने के लिए मजबूर किया। ममता ने इस दिन झाडग़्राम से पार्टी उम्मीदवार कालीपद सोरेन के लिए गड़बेता में भी एक रैली को संबोधित किया।

केंद्र पर बंगाल को धन नहीं देने का आरोप लगाया

बंगाल की मुख्यमंत्री ने इस दौरान आरोप लगाया कि केंद्र विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए राज्य को धन नहीं दे रहा है, लेकिन उनकी सरकार पैसे की व्यवस्था करेगी। ममता ने भाजपा पर चुनाव में धार्मिक धु्रवीकरण के प्रयास का भी आरोप लगाया। भाजपा पर निशाना सााधते हुए उन्होंने सवाल किया कि लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये दिए जाने के वादे का क्या हुआ?

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