Move to Jagran APP

'राम मंदिर का फैसला पलट जाएगा', आचार्य प्रमोद कृष्णम का दावा- शाह बानो मामले की तरह कांग्रेस ने बनाई ये योजना

Acharya Pramod Krishnam on ram mandir कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर और कांग्रेस को लेकर बड़ा दावा किया है। आचार्य प्रमोद ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार देश में बनी तो वो राम मंदिर का फैसला पलट सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इसको लेकर योजना बना चुके हैं और अपने नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Published: Mon, 06 May 2024 02:39 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2024 02:47 PM (IST)
Acharya Pramod Krishnam on ram mandir राम मंदिर पर आचार्य का बड़ा दावा।

एजेंसी, संबल। Acharya Pramod Krishnam on ram mandir पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए बड़ा दावा किया है। आचार्य प्रमोद ने राम मंदिर का फैसला पलटने के लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस फिर सत्ता में आती है तो वो राम मंदिर पर फैसला पलट देगी। 

loksabha election banner

शाह बानो मामले की तरह फैसला पलट देंगे...

आचार्य ने आगे दावा करते हुए कहा कि मैंने कांग्रेस में 32 साल से अधिक समय बिताया है और जब राम मंदिर का फैसला आया, तो राहुल गांधी ने अपने करीबी सहयोगियों के साथ बैठक में कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद वे एक महाशक्ति आयोग बनाएंगे और राम मंदिर के फैसले को वैसे ही पलट देंगे जैसे राजीव गांधी ने शाह बानो के फैसले को पलट दिया था।

कैसे पलटा था शाह बानो फैसला?

बता दें कि अप्रैल 1978 में 62 वर्षीय मुस्लिम महिला शाह बानो ने पति से तीन तलाक मिलने के बाद अदालत में गुजारा भत्ता पाने के लिए एक याचिका डाली थी। इस पर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने शाह बानो के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसे बाद में  सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखा। इसके बाद तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने मई 1986 को मुस्लिम महिला (विवाह विच्छेद पर अधिकार संरक्षण) अधिनियम पारित किया। संसद में अधिनियम पास होने के बाद शीर्ष अदालत के फैसले को रद्द कर दिया गया।

यह भी पढ़ें- ...जब राजीव गांधी सरकार ने SC से मिली जीत को इस तरह बदला था हार में

राम मंदिर पर कांग्रेस को पहले भी घेरा

आचार्य प्रमोद पहले भी कांग्रेस को राम मंदिर के मुद्दे पर घेरते रहे हैं। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर आचार्य ने कांग्रेस के बड़े नेताओं पर निशाना साधा था। इसी कारण उन्हें पार्टी ने निष्कासित कर दिया था। 

आचार्य ने कहा था कि कांग्रेस के नेता राम विरोधी हैं और तभी वो राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नहीं गए थे।

दो धड़ों में बंटेगी कांग्रेस

आचार्य ने हाल ही में कहा था कि प्रियंका के खिलाफ कांग्रेस में राजनीतिक साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रियंका को पार्टी अध्यक्ष बनने से रोका गया और फिर न राज्यसभा भेजा गया और न ही उन्हें कोई बड़ा पद दिया गया। ये साजिश कई सालों से चल रही है। 

उन्होंने कहा कि चार जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस दो धड़ों में बंट जाएगी, क्योंकि कार्यकर्ताओं और कई नेताओं में गुस्सा भरा हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.