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आखिर क्यों हटाये गए साइरस मिस्त्री, अब आगे क्या होगा?

बिजनेस की दुनिया से आई एक सबसे बड़ी खबर ने सबको चकित कर दिया है जी हां टाटा संस के बोर्ड ने साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा

By Bani KalraEdited By: Updated: Tue, 25 Oct 2016 09:45 AM (IST)

नई दिल्ली: बिजनेस की दुनिया से आई एक सबसे बड़ी खबर ने सबको चकित कर दिया है जी हां टाटा संस के बोर्ड ने साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा दिया है और उनकी जगह फिर से रतन टाटा को कमान सौंप दी है फिलहाल रतन टाटा को चार महीने के लिये अंतरिम चेयरमैन नामित किया गया है।

नए चेयरमैन के लिए टाटा संस ने एक पांच सदस्यों की एक समिति का गठन भी किया है जिसके लिए केवल चार महीने का समय लिया है। साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हठाने का फैसला टाटा संस ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद लिया गया था।

साइरस पी. मिस्त्री ने आज से चार साल पहले टाटा समूह में चेयरमैन पद का संभाला था। लेकिन मिस्त्री को किन कारणों से उनके पद से हटाया गया है फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है। लेकिन सूत्रों की माने तो मिस्त्री केवल उस कंपनियां को बंद करने में लगे थे जो घाटे में चल रही थी और केवल मुनाफा देने वाले उपक्रमों पर ही ध्यान देने के उनके दृष्टिकोण से कंपनी में हलचल थी थी। इनमें यूरोप में घाटे में चल रहे इस्पात करोबार की बिक्री का मामला भी शामिल है।

आपको बता दें की इस समय टाटा समूह नमक से लेकर सॉफ्टवेयर इस्पात से लेकर वाहन निर्माण के क्षेत्र में काम कर रहा है। दुनियां भर में फैले इस विशाल समूह का एकीकृत कारोबार करीब 100 अरब डॉलर सालाना से ज्यादा है।

48 वर्षीय साइरस पी. मिस्त्री को वर्ष 2011 में टाटा समूह में चेयरमैन रतन टाटा का उत्तराधिकारी चुना गया था और उन्हें पहले डिप्टी चेयरमैन बनाया गया मिस्त्री ने रतन टाटा के 75 वर्ष की आयु पूरी करने पर उनकी सेवानिवृत्त के बाद 29 दिसंबर 2012 को चेयरमैन का पद भार संभाला था।

टाटा समूह की स्थापना जमशेदजी टाटा ने 1868 में की थी। आज यह एक ग्लोबल कारोबारी समूह बन गया है और इसका हेडऑफिस मुख्यालय मुंबई में है। वर्ष 2015-16 में इनका कुल कारोबार 103 अरब डॉलर था और दुनिया भर में इनमें 6.60 लाख से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं।