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इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं इस निर्भया के पिता

बिहार के बक्सर जिले में तीन साल की मासूम बच्ची का यौन उत्पीड़न हुआ था। उसके पिता न्याय के लिए दर-दर की ठोंकरें खा रहे हैं। लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है।

By Ravi RanjanEdited By: Updated: Fri, 05 May 2017 11:40 PM (IST)
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इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं इस निर्भया के पिता

बक्सर [जेएनएन]। नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत बारी टोला की तीन वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए यौन उत्पीडऩ के मामले में बेबस पिता न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। मासूम के साथ हुई घटना में पुलिस का रवैया भी पीडि़त को निराश कर रहा है।

निर्भया जैसे मामले में मोमबत्ती जला न्याय की मांग करने वालों का साथ भी इस पिता को नहीं मिल पा रहा है। इधर, मामले के गवाहों को आरोपितों की ओर से बराबर धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं। पर, छोटे से बड़े कोई भी अधिकारी पीडि़त पिता की गुहार तक सुनने को तैयार नही हैं।  

मामला है नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत बारी टोला की जहां पड़ोस का एक लड़का ही तीन वर्षीय बच्ची की इज्जत को उसकी मासूमियत का फायदा उठा तार-तार करता रहा। माता-पिता को जब पूरे मामले की जानकारी हुई तो होश ही उड़ गए। आनन फानन में मासूम बच्ची को लिए महिला थाना गए, जहां उनकी प्राथमिकी पर त्वरित कार्रवाई कर महिला थानाध्यक्ष द्वारा बच्ची की मेडिकल जांच कराई गई।

मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद भी जो धराएं लगाई गई वो काफी कमजोर बताई जा रही हैं। इस संबंध में बच्ची के पिता का कहना है कि न्याय पाने की आस में वो दर-दर की ठोकरें खा रहा है। पर अभी तक उसे न्याय नही मिला।

इस बीच बेबस पिता थनाध्यक्ष के बाद  डीएसपी से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की। पर वहां से भी खाली हाथ ही लौटना पड़ा। इसको  लेकर एसपी से मिलने के लिए बार-बार उनके दफ्तर से लेकर कार्यालय के विगत कई दिनों से चक्कर काट रहा है।

बच्ची को लिए जब कार्यालय पर जाता है तो उनके अंगरक्षक उसे मिलने नही दे रहे तो कभी एसपी साहब स्वयं नही होते। जब आवास पर पहुंचता है तो वहां एसपी साहब मिलने का समय ही नही देते हैं। इस संबंध में आवेदक का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण  बच्ची का 164 के तहत आज तक  बयान भी नही रिकार्ड किया गया। सभी अधिकारी उसे अब तक बरगलाते रहे हैं।

वहीं, दूसरी ओर जब बच्ची की मेडिकल जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि बच्ची के साथ दुराचार हुआ है तो फिर महिला थाना द्वारा दुराचार के प्रयास का मामला दर्ज करना समझ स परे है। इधर, पुलिस की लापरवाही को देखते हुए विगत कुछ दिनों से केस उठा लेने के लिए कुख्यात अपराधियों की धमकियां भी मिल रही हैं। तो दूसरी ओर गवाहों को भी आए दिन धमकाया जा रहा है।

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ऐसे में अंतत: मासूम को न्याय दिलाने के लिए  पिता ने अंतत: एसपी को दिए आवेदन की प्रति जिलाधिकारी बक्सर से लेकर मुख्य मंत्री, प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति समेत तमाम संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।

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