देह व्यापार के धंधे से निकलकर भागी किशोरी ने सुनाई आपबीती, सुनकर सब रो पड़े
अपने घर से सब्जी खरीदने निकली एक लड़की मां से बिछड़कर देह व्यापार कराने वाली महिला के चंगुल में जा फंसी। उसे नशे की दवा खिलाकर दिल्ली फिर मुजफ्फरपुर के रेडलाइट एरिया में बेचा गया।
By Kajal KumariEdited By: Updated: Wed, 15 Jun 2016 06:09 PM (IST)
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। रेडलाइट एरिया से बचकर भागी यूपी के बहराइच की युवती का कोर्ट में बयान दर्ज कराया गया। इसमें युवती ने कई खुलासे किए।
उसने बताया कि वह घर से सब्जी खरीदने गई थी। इसी दौरान चित्रा नामक महिला से मिली। उसने बहला-फुसलाकर उसे कुछ खाने को दिया। जिसमें नशीला पदार्थ मिला था। उसे खाते ही वह बेहोश हो गई। बेहोशी की हालत में महिला उसे दिल्ली ले गई। वहां कुछ दिनों तक उससे जबरन धंधा करवाया गया। उसके बाद उसे मुजफ्फरपुर रेडलाइट एरिया में बेच दिया गया।पढ़ेंः बाप की हत्या कर पहुंचा थाने, कहा-संपत्तिमें से नहीं दे रहे थे हिस्सा युवती ने करण सिंह, उसकी पुत्री मुस्कान और मोनी को आरोपी बनाया है। उसने बताया कि उन्हीं लोगों ने उसे खरीदा था। यहां सभी मिलकर उससे धंधा कराने लगे। युवती के इंकार करने पर मारपीट भी की गई। वह किसी तरह जान बचाकर वहां से भागी।
शहर उसके लिए अंजान था। वह एक ऑटो में बैठ गई। ऑटो से उतरकर उसने समस्तीपुर जाने वाली बस पकड़ी। वहां उतरते ही उसे मीडिया के कुछ लोग मिले। पूछताछ में उसने सारी बात बताई। युवती को समस्तीपुर में महिला थाना पहुंचा दिया गया। जहां से उसे मुजफ्फरपुर नगर थाना लाया गया। युवती को लेकर पुलिस ने रेडलाइट एरिया में छापेमारी की, लेकिन सभी आरोपी फरार मिले। युवती के कोर्ट के समक्ष बयान में बताया कि उसे परिजन के पास जाना है।पढ़ेंः 'लव जेहाद' की शिकार पीड़िता ने जब कोर्ट में सुनाई अपनी दर्द भरी दास्तान
लड़की ने बताया तो सब रो पड़ेउत्तरप्रदेश के बहराइच थाना क्षेत्र की एक 18 साल की लड़की को दिल्ली की एक महिला दलाल ने यहां के रेडलाइट एरिया में 1.80 लाख रु. में बेच दिया। बुधवार रात समस्तीपुर जिले की पुलिस महिला थानाध्यक्ष मंजू सिंह और प्रभारी नगर थानेदार उपेंद्र सिंह के साथ रेड लाइट एरिया में छापेमारी की।
युवती की निशानदेही पर चतुर्भुज स्थान चौक पर किराए के मकान में रहने वाले कर्ण सिंह के घर पुलिस ने दबिश दी। लेकिन, वह कोठे में ताला बंद कर सपरिवार फरार हो गया। आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया कि वह पूर्व में भी लड़कियों की खरीद-फरोख्त का धंधा करता था। भोली-भाली लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराता था। आरोप है कि कर्ण सिंह, उसकी पत्नी, दोनों बेटियां और एक अन्य भी बाप के साथ धंधे में शामिल हैं।लड़की ने कहा- देह व्यापार नहीं करने पर होती थी पिटाईपूछताछ में उसने कहा कि 2013 में दिल्ली की चित्रा नाम की एक महिला दलाल उसे बहला-फुसला कर ले गई। दिल्ली में गलत काम करने के लिए दबाव बनाने लगी। विरोध करने पर उसे यातना दी जाती थी। एक साल बाद यानी 2014 में चित्रा ने मुजफ्फरपुर के देह व्यापार मंडी में कर्ण सिंह उसकी बेटी के हाथों 1.80 लाख रुपए में उसे बेच दिया। एक लाख नकद भुगतान हुआ और शेष 80 हजार बाद में देने की बात कही थी।चित्रा के लौटते ही उस पर देह व्यापार मुजरे का दबाव दिया जाने लगा। वह इसके लिए तैयार नहीं हुई, तो कई दिनों तक खाना-पीना बंद कर पिटाई की गई। उसके हर ग्राहक से 2 से 3 हजार रुपए लिए जाते थे। मंगलवार को वह खाना लाने के दौरान मौका पाकर भाग निकली।रेड लाइट एरिया से जान बचाकर भागीदेह व्यापार के अड्डे से पीड़िता जान बचाकर भाग निकली वह समस्तीपुर में पुरानी बस स्टैंड पहुंच गई। वहां लोगों ने उसे अकेला देख पूछताछ की, तो उसने अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद उसे महिला थाने पहुंचाया गया। थानाध्यक्ष रामेश्वर राम ने बताया कि युवती का बयान दर्ज किया गया है। यूपी पुलिस के सहयोग से पीड़िता के पिता को मामले की जानकारी दी जा चुकी है। पुलिस को परिजनों के पहुंचने का इंतजार है।मां से बिछड़ कर लगी थी चित्रा के हाथदलालों के चंगुल से फरार हुई यूपी की पीड़िता ने बताया कि तीन साल पूर्व दिल्ली जाने के क्रम में ट्रेन छूट जाने से वह मां-बाप से बिछड़ गई थी। चित्रा उसे दिल्ली ले गई। छह माह रख कर गलत काम कराने के बाद उसे कर्ण सिंह के हाथों बेचा था। दो साल से बंधक बन कर वह उसके इशारे पर काम करती रही।वर्षों से होता रहा है रेडलाइट में खरीद-बिक्री का धंधारेड लाइट एरिया में दूसरी जगह की लड़कियों की खरीद-बिक्री के बाद उन्हें बहला-फुसला कर जबरन देह व्यापार कराने का धंधा कई साल से होता रहा है। तत्कालीन एएसपी दीपिका सूरी के समय 2001-02 में ऑपरेशन उजाला चलाए जाने के बाद यह धंधा बंद सा हो गया था।लेकिन दो-तीन सालों के अंदर जबरन देह व्यापार कराने के कई मामले सामने आए हैं। हाल में ही जंक्शन से एक लड़की को ले जा कर रेप किया गया था। आरोपी के पकड़े जाने के बाद मामले का खुलासा हुआ था।
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