Move to Jagran APP

वैधता तिथि के बाद पहुंचा 20 लाख का ड्राफ्ट

By Edited By: Updated: Thu, 14 Jun 2012 08:47 PM (IST)
Hero Image

बिहारशरीफ, निज संवाददाता : बाबुओं का चक्कर ऐसा चला कि पुस्तकालय विकास के लिए सरकार द्वारा आवंटित बीस लाख रुपये का ड्राफ्ट वैधता तिथि समाप्त होने के बाद पहुंचा। हिन्दी पुस्तकालय सोहसराय के सुदृढ़ीकरण के लिए 9 अक्टूबर 2011 को भारतीय स्टेट बैंक का डिमांड ड्राफ्ट जारी किया गया था। यह ड्राफ्ट पुस्तकालय के सचिव को 8 जून को प्राप्त हुआ। जबकि यह 6 महीने के लिए ही वैध था। अब पुस्तकालय के समक्ष नई परेशानी खड़ी हो गयी है। सचिव योगेन्द्र प्रसाद गुप्त ने ड्राफ्ट के नवीकरण के लिए पुस्तकालय अधीक्षक पटना को पत्र लिखा है।

सरकार के एक निर्णय के अनुसार राज्य के सात पुस्तकालयों को विशिष्ट पुस्तकालय का दर्जा दिया गया है जिसमें सोहसराय के श्री हिन्दी पुस्तकालय भी शामिल है। वित्तीय वर्ष 2011-12 में राज्य योजना के तहत इन चिह्नित पुस्तकालयों को सुदृढ़ीकरण के लिए प्रत्येक को बीस लाख रुपये आवंटित किये गये। हिन्दी पुस्तकालय सोहसराय को बैंक ड्राफ्ट संख्या 481951 के माध्यम से बीस लाख रुपये दिये गये। लेकिन ड्राफ्ट 8 महीने बाद पहुंचा जो फिलहाल कागज का एक टुकड़ा मात्र के बराबर है।

कौन-कौन पुस्तकालय विशिष्ट

राज्य पुस्तकालय पूर्णिया, राजकीय उर्दू पुस्तकालय पटना, श्रीमती राधिका सिन्हा इंस्टीच्यूट एवं सच्चिदानंद सिन्हा लाइब्रेरी पटना, जिला केन्द्रीय पुस्तकालय मुंगेर, हिन्दी पुस्तकालय सोहसराय, शारदा सदन पुस्तकालय लालगंज वैशाली है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।