बीजेपी से सस्पेंड होने पर कीर्ति आजाद बोले- 'मैने नहीं कहा था जेटली चोर है'
भाजपा ने बिहार से सांसद कीर्ति आजाद को पार्टीलाइन से विरोध में बयान देने के लिए दल से छह साल के लिए निलंबित कर दिया है। आजाद ने हाल में डीडीसीए में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली को कटघरे में खड़ा कर दिया था।
By Amit AlokEdited By: Updated: Thu, 24 Dec 2015 03:37 PM (IST)
पटना। भाजपा ने बिहार से सांसद कीर्ति आजाद को पार्टीलाइन से विरोध में बयान देने के लिए दल से छह साल के लिए निलंबित कर दिया है। उनपर यह कार्रवाई भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को की। निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कीर्ति आजाद ने कहा कि सच बोलने की सजा मिली है। इस बीच पार्टी के मार्गदर्शक मंडल ने आज उनके निलंबन के फैसले पर विचार करने के लिए बैठक की।
आजाद ने हाल में डीडीसीए में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरूण जेटली को कटघरे में खड़ा कर दिया था। इसके बाद से ही उनपर कार्रवाई के कयास लगाए जा रहे थे। कीर्ति पर कार्रवाई के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे भाजपा पूरी तरह बेनकाब हो गई है।यह है मामला विदित हो कि कीर्ति आजाद ने डीडीसीए में भ्रष्टाचार के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। इसमें वित्त मंत्री अरूण जेटली फंसते दिखे तो पार्टी ने उनका बचाव किया। प्रधानमंत्री तक उनके बचाव में बयान देते दिखे।
कीर्ति ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि डीडीसीए में 14 फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों का घोटाला किया गया है। डीडीसीए में भ्रष्टाचार पर उन्होंने तब प्रेसिडेंट रहे जेटली को 200 लेटर और 500 मैसेज भेजे, लेकिन जवाब नहीं मिला। कीर्ति ने एक सीडी दिखाई, जिसमें दावा किया गया है कि डीडीसीए में एक लैपटॉप का एक दिन का किराया 16 हजार और प्रिंटर का किराया तीन हजार रुपए दिया जाता था।
इसके पहले आजाद ने डीडीसीए घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की। वे संसद में भी जेटली का नाम लिए बिना उन पर निशाना साध चुके हैं। विदित हो कि अरुण जेटली 1999 से 2013 तक डीडीसीए के प्रेसिडेंट रहे हैं।
वित्त मंत्री जेटली पर आम आदमी पार्टी ने भी फिरोजशाह कोटला स्टेडियम को बनाने में घोटाले का आरोप लगाया। आप नेताओं ने कहा था कि जेटली के प्रेसिडेंट रहने के दौरान डीडीसीए ने 24 करोड़ की लागत वाला स्टेडियम 114 करोड़ रुपए में बनवाया गया। 90 करोड़ रुपए कहां खर्च कर दिए?खुलकर कीर्ति के पक्ष में आए शत्रुघ्न पढ़ें : भाजपा के शत्रु का ट्वीट : कीर्ति आजाद हीरो ऑद द डे, इस्तीफा दें जेटली इस बीच बिहार से ही सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अरूण जेटली से बेदाग साबित होने तक इस्तीफा की मांग कर दी। साथ ही उन्होंने कीर्ति आजाद का पक्ष लिया। लेकिन, शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा कीर्ति के पक्ष में बिहार का कोई भाजपा नेता खुलकर सामने नहीं आया।
सुशील मोदी व शिवराज ने की कार्रवाई की मांग पढ़ें : सुशील मोदी ने कहा, विपक्ष के लिए खेल रहे कीर्ति, शॉटगन पर भी साधा निशाना इस बीच मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कीर्ति आजाद सहित वैसे सभी नेताओं पर कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर असहज स्थितियां पैदा की हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट में कहा, ''बीजेपी की पहचान अनुशासन है। सभी मेंबर्स को इसका ध्यान रखना चाहिए। अच्छा होगा कि पार्टी में ही अलग-अलग मत रखे जाएं, बाहर नहीं।''
...और हो गया निलंबन बहरहाल, कीर्ति आजाद को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया है। उनपर कार्रवाई के बाद आगे क्या शत्रुघ्न सिन्हा पर भी कार्रवाई होगी, यह सवाल पैदा हो गया है। इसपर पार्टी अभी 'खामोश' है।
कीर्ति ने कहा, सच बोलने की मिली सजा अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कीर्ति आजाद ने कहा, 'डीडीसीए में भ्रष्टाचार का मुद्दा मैं नौ सालों से उठा रहा हूं। मैंने किसी पर व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाए हैं। पार्टी ने मुझे सच बोलने की सजा दी है। मैंने नहीं कहा था कि अरुण जेटली चोर हैं। मैंने किसी का नाम नहीं लिया। मैं किसी पार्टी से नहीं मिला हुआ हूं। ईमानदारी से काम किया है।' कीर्ति ने पूछा, सच बोलकर मैंने पार्टी विरोधी कौन सा कार्य कर दिया? कहा, 'मैं किसी पार्टी से नहीं मिला हूं, दूसरी पार्टी के संपर्क में रहने की गलत सूचना फैलाई जा रही है। मुझे निलंबित करना पार्टी का दुर्भाग्य है। आगे'आगे देखिए होता है क्या।'बोले शाहनवाज, कीर्ति के बयान दुर्भाग्यपूर्ण भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कीर्ति आज़ाद के निलंबन की पुष्टि करते हुए बताया कि डीडीसीए विवाद में कीर्ति आज़ाद ने जेटली के ख़िलाफ़ जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वो दुर्भाग्यपूर्ण है।भाजपा में दबाई जाती इमानदार आवाज : केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कीर्ति ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। उनपर कार्रवाई कर भाजपा पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। भाजपा में काेई प्रजातंत्र नहीं है। यहां भ्रष्टाचार की पूछ है तथा इमानदार आवाज काे दबा दिया जाता है।भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की मिली सजा : दिग्विजय पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में पूछा कि आखिर कीर्ति आजाद का अपराध क्या है। भ्रष्टाचार के खिलाफ सबूतों के साथ आवाज उठाना क्या अपराध है।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना पार्टी विरोधी गतिविधि है।तेजस्वी बोले, भारी पड़ा भ्रष्टाचार पर बोलना बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कीर्ति आजाद के भाजपा से निलंबन पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भ्रष्टाचार पर बोलना उनको भारी पड़ा।जदयू ने खोले दरवाजे जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कीर्ति आजाद के लिए जदयू के दरवाजे खुले हुए हैं।
बोले सुशील मोदी, कार्रवाई से हूं संतुष्ट
इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील मोदी कहा कि वे केंद्रीय नेतृत्व की कार्रवाई से संतुष्ट हैं।
कीर्ति आजाद : एक परिचय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे कीर्ति आजाद देश के मशहूर क्रिकेटर रहे हैं। वे 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में शामिल थे। उन्होंने 1993 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव जीतकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। कीर्ति फिलहाल दरभंगा से तीसरी बार बीजेपी के सांसद हैं।यह भी पढ़ें : लड़की ने सैंडल से पीटकर उतरा इश्क का भूत तो कहा - 'प्लीज! छोड़ दो सिस्टर'
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