नानी खा रही थी खाना... उधर 10 दिन का नवजात हो गया चोरी, अब PMCH के CCTV खंगाल रही पुलिस
Patna PMCH पीएमसीएच के स्त्री रोग विभाग से 10 दिन का नवजात चोरी हो गया है। बताया जा रहा है कि नानी खाना कहा रही था उधर एक महिला फिल्मी स्टाइल में बच्चा लेकर उड़ गई। अब पुलिस नवजात की तलाश में जुट गई है। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। चोरी करने वाली महिला ने पहले मेलजोल बढ़ाया था।
जागरण संवाददाता, पटना। पीएमसीएच (Patna PMCH) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के विश्राम गृह से मंगलवार दोपहर 10 दिन का नवजात चोरी हो गया। सीसीटीवी फुटेज में एक महिला नवजात को ले जाती हुई दिखी है। स्वजन ने पीरबहोर थाने में प्राथमिकी कराई है।
पीरबहोर थाना अध्यक्ष ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी विश्लेषण के आधार पर नवजात की चोरी करने वाली महिला की पहचान की जा रही है। पीएमसीएच में 2014 से 2020 तक विभिन्न विभागों से कई बच्चे चोरी गए हैं।
गत 23 फरवरी को बख्तियारपुर से नवजात को चुरा कर भाग रहे गिरोह के 10 सदस्यों को पुलिस ने खगौल रेलवे क्रासिंग के पास से गिरफ्तार किया था। इनमें चार महिला, एक डाक्टर व कुछ चिकित्साकर्मी थे।
नानी कर रही थी भोजन, दूसरी महिला गई थी दवा खिलाने
प्राथमिकी के अनुसार वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के महुआ ग्राम निवासी शिवपूजन पासवान ने प्रसव के लिए पत्नी सिंधु कुमारी को चार मई को पीएमसीएच में भर्ती कराया था। शाम को सिजेरियन से उसने एक पुत्र को जन्म दिया था लेकिन अधिक रक्तस्राव के कारण उसे आइसीयू में भर्ती कराना पड़ा।
Bihar News नानी व एक अन्य महिला स्वजन विश्राम गृह में नवजात की देखरेख रहती थीं। गत आठ दिनों में बच्चा चोरी गिरोह की महिला सदस्यों ने दोनों से मेलजोल बढ़ा लिया था। मंगलवार दोपहर जब एक स्वजन महिला प्रसूता को दवा खिलाने गई थी और नानी भोजन कर रही थीं, तभी मास्क पहने एक महिला आई।
उसने अकेले लेटे बच्चे को बाएं हाथ से उठाया और दाएं में फोन देखने के बहाने नानी से छिपाते हुए उसे लेकर निकल गई। बाद में नानी ने बच्चे को नहीं देखा तो शोर मचाया। डाक्टरों ने तुरंत टीओपी प्रभारी को सूचना देकर बुलाया गया और सीसीटीवी के फुटेज देखे गए। इसमें एक महिला बच्चे को ले जाती हुई दिख रही है।
राजधानी के अस्पतालों से बच्चे चोरी के मामले
30 अगस्त 2020 को पीएमसीएच के राजेंद्र सर्जिकल ब्लाक से पत्नी का इलाज कराने आए धर्मेंद्र चौपाल के डेढ़ वर्षीय बच्चे को एक महिला उसकी नानी को झांसा देकर चुरा ले गई थी। हालांकि, 26 अक्टूबर को पुलिस ने दिल्ली से बरामद कर लिया था।
9 जनवरी, 2019 को पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में प्रसव कराने को भर्ती गुलबी घाट निवासी दिलीप की पत्नी का प्रसव हुआ था। पांच दिन का उनका बच्चा चोरी हो गया था।
18 अक्तूबर, 2018 को पीएमसीएच में खुशबू कुमारी के सात दिन के बेटे को चुरा लिया गया था लेकिन सुरक्षाकर्मी ने महिला चोर को पकड़ लिया था।
11 नवंबर, 2018 को एनएमसीएच के स्त्री व प्रसूति वार्ड में मरचा-मरची निवासी सरोज देवी का बच्चा चोरी हो गया था।
16 सितंबर, 2017 को नालंदा के बिगहा पोस्ट के बरसाई गांव की निवासी सोहनी देवी के पांच दिन के पुत्र को महिला चुराकर ले जा रही थी लेकिन गार्ड ने उसे पकड़ लिया था।
23 मार्च, 2017 को पीएमसीएच में सीतामढ़ी से इलाज कराने आयी रानी देवी का छह साल का बच्चा चोरी हो गया था लेकिन आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया था।
सूनी गोद भरने को होती छोटे बच्चों की चोरी
गलत जीवनशैली, जंकफूड के बढ़ते चलन के कारण देश व प्रदेश में लगभग 15 प्रतिशत दंपती संतानहीनता का दंश झेल रहे हैं। गोद लेने की जटिल प्रक्रिया से बचने व नवजात की प्राप्ति के लाभ में ये लोग दो से तीन लाख रुपये में बच्चा चोर गिरोह से खरीदारी करते हैं।
पीएमसीएच जैसा बड़ा सरकारी अस्पताल जहां सुरक्षा व्यवस्था को धोखा देना आसान है, बच्चा चोर गिरोह के निशाने पर है। इसके अलावा ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के छोटे निजी अस्पताल के संचालक व कर्मचारी भी इस गिरोह के संपर्क में रहते हैं। ज्यादा सख्ती नहीं हो, इसलिए गिरोह के निशाने पर कुंआरी या गरीब वर्ग की माताएं होती हैं।
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