KVS Admission: केंद्रीय विद्यालय ने कक्षा 11वीं में नामांकन के लिए बदला नियम, एक सेक्शन में रहेंगे सिर्फ इतने बच्चे
केवीएस ने 11वीं कक्षा में नामांकन के लिए नियम में बदलाव किया है। नये नियम के तहत केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा 11 में एक सेक्शन में 40 बच्चों का ही नामांकन लिया जाएगा। केंद्रीय विद्यालय संगठन पटना संभाग की उपायुक्त ने बताया कि नामांकन के लिए संयुक्त मेरिट लिस्ट का निर्माण किया जाएगा। इसमें वही छात्र शामिल होंगे जिन्होंने सीबीएसई बोर्ड 10 वीं कक्षा पास की हो।
जागरण संवाददाता, पटना। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने 11 वीं कक्षा में नामांकन के लिए नियम में बदलाव किया है। नये नियत के तहत केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा 11 में एक सेक्शन में 40 बच्चों का ही नामांकन लिया जाएगा। यह नामांकन नियमावली कक्षा 11वीं के विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी संकाय सहित अन्य संकाय में भी लागू होगा।
केंद्रीय विद्यालय बेली रोड के प्राचार्य पीके सिंह ने बताया कि कक्षा 11 में नामांकन के लिए मेधा सूची कक्षा 10 वीं के सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों पर आधारित होगा।
यदि किसी एक संकाय में सीट भर जाती है, तो ऐसी परिस्थिति में रिक्त स्थान उपलब्ध रहने पर छात्र चाहे तो दूसरे संकाय में नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस आधार पर तैयार होगी मेधा सूची
केंद्रीय विद्यालय संगठन, पटना संभाग की उपायुक्त सोमा घोष ने बताया कि नामांकन के लिए संयुक्त मेधा सूची का निर्माण किया जाएगा।
अपने विद्यालय के पंजीकृत छात्र और केंद्रीय विद्यालय संगठन पटना संभाग द्वारा आवंटित केंद्रीय विद्यालय के लिए प्राप्त आवेदन के आधार पर मेधा सूची तैयार की जाएगी। इसमें वही छात्र शामिल होंगे, जिन्होंने सीबीएसई बोर्ड 10 वीं कक्षा पास की हो।
अपने छात्रों तथा आवंटित केंद्रीय विद्यालय के छात्रों को नामांकन देने के उपरांत हीं यदि सीट रिक्त रहता है तो गैर-केंद्रीय विद्यालयों के छात्रों से आवेदन आमंत्रित किये जाएंगे।
पटना संभाग के स्कूलों की मेरिट लिस्ट
पटना संभाग के सभी केंद्रीय विद्यालयों में संयुक्त मेधा सूची का प्रकाशन 27 मई को होगा। यदि कोई छात्र अंतिम तिथि तक आवेदन करने में विफल रहता है, तो ऐसे छात्र के किसी भी प्रार्थना पत्र पर विचार नहीं किया जाएगा।
पहले नहीं निर्धारित थी संख्या
पहले केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा 11 वीं में सीटों की संख्या पहले निर्धारित नहीं थी। अगर विज्ञान, कला व कामर्स में अलग-अलग 100-100 छात्र होते थे तो उनका नामांकन हो जाता था, लेकिन नये नियम के तहत तीनों संकाय मिला कर 120 सीटों पर ही नामांकन होगा।
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