Bihar Election 2024: वोट प्रतिशत में एनडीए से लगातार मात खाता रहा है महागठबंधन, पढ़िए क्या कहता है पिछला रिकॉर्ड
Bihar Lok Sabha Election 2024 बिहार के पिछले दो लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत के लिहाज से भी महागठबंधन की स्थिति काफी बुरी रही थी। मतदान प्रतिशत को लेकर सर्वाधिक परेशानी कांग्रेस और राजद जैसे दलों को है। इसकी वजह है कि बीते दो लोकसभा चुनाव में इन दलों का मत प्रतिशत इनके विरोधियों के मुकाबले काफी कम रहना। जिसकी वजह से इन्हें करारी हार मिली थी।
सुनील राज, पटना। Bihar Political News Today: बिहार में लोकसभा के चार चरणों के चुनाव के बाद अब तमाम दलों और मतदाताओं की नजर 20 मई को होने वाले पांचवे चरण के मतदान पर है।
एनडीए के घटक दलों के साथ ही विपक्षी गठबंधन राजद, कांग्रेस, वामदल से लेकर विकासशील इंसान पार्टी तक अपने वोटरों से लगातार अपील कर रहे हैं कि मतदान के लिए घरों से बाहर आएं और अपने पसंदीदा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करें। सभी दलों को पता है कि मतदान का प्रतिशत बेहतर होगा तभी चुनाव में उनकी जीत की संभावना भी बढ़ेगी।
राजद और कांग्रेस को मतदान प्रतिशत से सर्वाधिक परेशानी
मतदान प्रतिशत को लेकर सर्वाधिक परेशानी कांग्रेस और राजद जैसे दलों को है। इसकी वजह है कि बीते दो लोकसभा चुनाव में इन दलों का मत प्रतिशत इनके विरोधियों के मुकाबले काफी कम रहना। 2014 हो या फिर 2019 के लोकसभा चुनाव इन दोनों चुनावों में वोट के कम प्रतिशत की वजह से महागठबंधन को पराजय का सामना करना पड़ा था।
2014 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डाले तो एनडीए के मुकाबले राजद, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा। राजद ने 27, कांग्रेस ने 12 और राष्ट्रवादी कांग्रेस एक-एक सीट पर लड़ी। राजद को इस चुनाव 20.10 प्रतिशत वोट मिले। जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस को 8.40 और राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) को 1.20 प्रतिशत वोट मिले। उक्त चुनाव में राजद को चार, कांग्रेस को दो और राष्ट्रवादी कांग्रेस को एक सीट पर विजयी मिली थी।
एनडीए के दलों का क्या रहा था हाल
महागठबंधन के मुकाबले 2014 में एनडीए के प्रमुख घटक भाजपा ने 30 सीटों पर चुनाव लड़कर 29.40 प्रतिशत वोट मिले थे। सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी सात सीटों पर लड़कर 6.40 प्रतिशत और अन्य सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने तीन सीटों पर लड़कर करीब तीन प्रतिशत मत प्राप्त किए थे। इस चुनाव भाजपा ने 22, लोक जनशक्ति पार्टी ने छह और रालोसपा ने लड़ी गई तीनों सीट जीती थी। जनता दल यू ने 2014 में अकेले 40 सीटों पर चुनाव लड़कर 15.80 प्रतिशत मत प्राप्त किए जबकि 40 में से सिर्फ दो सीटों पर उसके उम्मीदवार जीत पाए।
2019 में क्या रहा था मतदान प्रतिशत
2019 के चुनाव की बात करें तो एनडीए की प्रमुख भाजपा ने 17 सीटों पर लड़कर सभी में जीत प्राप्त की और उसका वोट प्रतिशत 23.58 रहा। एनडीए के सहयोगी जदयू ने 17 सीटों पर लड़कर 16 में जीत हासिल की और उसका वोट प्रतिशत 21.81 प्रतिशत रहा। लोजपा ने उस दौरान छह सीटों पर लड़कर सभी जीती और उसका वोट प्रतिशत था 7.86 था।
इस गठबंधन के विरूद्ध महागठबंधन के प्रमुख घटक राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा, परंतु सभी सीटों पर पराजित रही। राजद का तब वोट प्रतिशत था 15.36 प्रतिशत। महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस ने नौ सीटों पर लड़कर एक सीट जीती।
कांग्रेस का वोट प्रतिशत रहा 7.70 प्रतिशत। अन्य सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पांच सीटों पर लड़ा और सभी में उसकी हार हुई। रालोसपा का वोट प्रतिशत था 3.66 प्रतिशत रहा। इन दो चुनावों की बात करें तो एनडीए के मुकाबले महागठबंधन वोट प्रतिशत में लगातार पीछे है। एनडीए हालांकि वोट प्रतिशत को लेकर आशांवित है बावजूद वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए वह भी प्रयासरत है। दूसरी ओर महागठबंधन की मजबूरी है वोट प्रतिशत के लिए लगातार मेहनत करना।
2014 वोट प्रतिशत एक नजर में
एनडीए : प्रतिशत
भाजपा - 29.40
लोजपा - 6.40
रालोसपा - 3.00
कुल - 38.8
महागठबंधन : प्रतिशत
राजद - 20.10
कांग्रेस - 8.40
राकांपा - 1.20
कुल - 29.7
2019 -
एनडीए : प्रतिशत
भाजपा - 23.58
जदयू - 21.81
लोजपा - 7.86
कुल - 53.25
महागठबंधन : प्रतिशत
राजद - 15.36
कांग्रेस - 7.70
रालोसपा- 3.66
राकांपा - 0.1
कुल - 26.82
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