Tejashwi Yadav: 'मुझे जानकारी मिली है...' PM Modi की इस स्कीम को लेकर तेजस्वी का बड़ा दावा
तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तेजस्वी ने कहा कि एनडीए सरकार के अधिकारी बिहार के युवाओं को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां के सरकारी शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महावंचित समाज के लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। महावंचित समाज में मुसहर समाज और पासी समाज सबसे ज्यादा भुक्तभोगी है।
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर नौजवानों को परेशान करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा यहां के सरकारी शिक्षकों को सबसे ज्यादा परेशान किया जा रहा है। तेजस्वी यादव शुक्रवार को स्थानीय मीडिया से बात कर रहे थे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अफसरों द्वारा नौजवानों का सताने वाला काम किया जा रहा है। उन्हें तंग किया जाता है, परेशान किया जाता है। एनडीए सरकार के अधिकारी विशेष रूप से शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा यदि कोई भुक्तभोगी है तो वह है महावंचित समाज। महावंचित समाज में मुसहर समाज और पासी समाज सबसे ज्यादा भुक्तभोगी है।
इससे पहले उन्होंने अग्निवीर योजना का विरोध करते हुए कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि केंद्र की भाजपा सरकार एसएसबी, आइटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ के साथ ही पुलिस सेवा में भी अग्निवीर योजना लागू करने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा ये वही लोग हैं जिन्होंने सबसे पहले पुरानी पेंशन योजना खत्म की। इनकी मंशा ठीक नहीं। सरकार की इन नीतियों से सर्वाधिक नौजवान परेशान हैं।
होम वर्क करके नहीं आते हैं अमित शाह: राजद
राष्ट्रीय जनता दल ने गृह अमित शाह की चुनावी सभा में दिए गए भाषण का झूठ का पुलिंदा बताया है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि अमित शाह बिहार तो आते हैंं लेकिन, होम वर्क करके नहीं आते। उन्होंने 10 वर्ष में भाजपा सरकार द्वारा बिहार को दी गई सहायता पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है।
चितरंजन गगन ने कहा कि अमित शाह ने अभी एनडीए सरकार के दस वर्षों की तुलना यूपीए सरकार के दस वर्षों से करते हुए सरासर झूठ बोला।
चितरंजन ने आगे कहा कि शाह को 2005 की बनी नीतीश सरकार की जो उपलब्धियां दिखाई पड़ रही हैं, वह दरअसल केंद्र की यूपीए सरकार की देन है। जिन योजनाओं का वे हवाला दे रहे हैं वे यूपीए एक और दो के शासन में शुरू हुईं।
चितरंजन गगन ने कहा उस दौरान मढ़ौरा, बेला और मधेपुरा में तीन-तीन रेल कारखाने खुले। अनेक रेल परियोजनाएं स्वीकृत की गई। जेपी सेतु बना। मनरेगा शुरू कर बिहार को विशेष मदद दी गई। अधिकांश गांवों तक बिजली पहुंचाई गई। भाजपा सरकार के आने के बाद बिहार के हिस्से की कटौती की गई। विशेष सहायता, विशेष दर्जे की मांग की अनदेखी की गई।
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