Bihar Politics: इस बार NDA का खेल बिगाड़ने की तैयारी में ओवैसी की पार्टी, इन हॉट सीटों पर उतारे हैं हिंदू उम्मीदवार
बिहार में अबकी बार विपक्ष के आइएनडीआइए से बाहर रहते हुए भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम ने राजग के चुनावी खेल को बिगाड़ने की पटकथा लिख दी है। ओवैसी की रणनीति से राजग के प्रत्याशियों की कठिनाइयां बढ़ गई हैं। बिहार में आठ संसदीय सीटों पर एआइएमआइएम ने प्रत्याशी उतारा है। आठ में से 4 सीटों पर ओवैसी ने हिंदू उम्मीदवार उतारे हैं।
रमण शुक्ला, पटना। बिहार में अबकी बार विपक्ष के आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटर इंक्लूसिव अलायंस) से बाहर रहते हुए भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम ने राजग के चुनावी खेल को बिगाड़ने की पटकथा लिख दी है।
ओवैसी की रणनीति से राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के प्रत्याशियों की कठिनाइयां बढ़ गई हैं। बिहार में आठ संसदीय सीटों पर एआइएमआइएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन) ने प्रत्याशी उतारा है।
अहम यह है कि पहले चरण में किशनगंज के बाद सीधे पांचवें, छठें और सातवें चरण में एआइएमआइएम ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इसमें मधुबनी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, गोपालगंज, महाराजगंज, पाटलिपुत्र और काराकाट जैसी लोकसभा सीट सम्मिलित हैं।
चार सीटों पर मुसलमान तो चार पर हिंदू उम्मीदवार हैं। ओवैसी ने जिन सीटों पर हिंदू प्रत्याशी दिए हैं, उनमें शिवहर, गोपालगंज, महाराजगंज एवं काराकाट है। इसमें तीन पर ओवैसी के उम्मीदवार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
शिवहर में बदले की लड़ाई
शिवहर में राणा रणजीत सिंह बतौर एआइएमआइएम प्रत्याशी अपने पिता दिवंगत सीताराम सिंह की हार का बदला लेने के लिए जदयू प्रत्याशी लवली आनंद के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं।
राणा रणजीत के भाई राणा रणधीर भी शिवहर लोकसभा क्षेत्र के मधुबन से भाजपा के विधायक हैं। यह बात दीगर है कि वह राणा रणजीत सिंह के समर्थन में नहीं हैं।
रणधीर जहां जदयू प्रत्याशी लवली आंनद के लिए वोट मांग रहे हैं। वहीं, रणजीत का तर्क है कि रणधीर विधायकी बचाने के लिए गठबंधन धर्म के तहत राजग प्रत्याशी के लिए प्रचार कर रहे हैं।
मतदान के आंकड़े बताते हैं कि सीताराम सिंह और लवली आनंद दोनों ही 2009 के संसदीय चुनाव में तीसरे एवं चौथे पायदान पर चले गए थे।
महाराजगंज में अखिलेश्वर का प्रताप
छठे चरण के रण में महाराजगंज संसदीय सीट पर एआइएमआइएम से ताल ठोक रहे कुल 86 प्रत्याशियों में अखिलेश्वर प्रसाद सिंह तीसरे नंबर के धनवान लड़ाके हैं।
ऐसे में 18वीं लोकसभा में पहुंचने के लिए अखिलेश्वर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं, लेकिन वे भाजपा सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल और कांग्रेस के प्रत्याशी आकाश सिंह के बीच के मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की स्थिति में नहीं दिख रहे हैं।
गोपालगंज में मांझी ने झोकी ताकत
सुरक्षित सीट गोपालगंज में जदयू के सांसद डॉ. आलोक सुमन के सामने एआइएमआइएम ने दीनानाथ मांझी को उतारा है। हालांकि मांझी जदयू एवं राजद प्रत्याशी के बीच आमने-सामने की लड़ाई में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब देखना यह है कि मांझी को मतदाताओं का कितना आशीर्वाद मिलता है।
काराकाट में प्रियंका चौधरी एआइएमआइएम की प्रत्याशी
वहीं, काराकाट सीट पर प्रियंका प्रसाद चौधरी को एआइएमआइएम ने प्रत्याशी बनाया है, जबकि मधुबनी में वकार सिद्दीकी, मुजफ्फरपुर में मो. अंजारुल हसन एवं पाटलिपुत्र में संसदीय क्षेत्र से फारूकी राजा बतौर एआइएमआइएम प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं।
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