Bihar New: इन सरकारी अस्पतालों में 'मुस्कान' लाने की तैयारी, स्पेशल चाइल्ड वार्ड, पैथोलॉजी सहित इन सुविधाओं से होंगे लैस
बिहार का स्वास्थ्य विभाग नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए 4 जिला अस्पतालों का मुस्कान राष्ट्रीय प्रमाणन कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए अस्पतालों में मुस्कान सर्टिफिकेशन के चारों मानकों एसएनसीयू स्पेशल चाइल्ड ओपीडी स्पेशल चाइल्ड वार्ड और पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। अभी तक राज्य में सिर्फ सीतामढ़ी जिला अस्पताल को ही मुस्कान का राष्ट्रीय सर्टिफिकेट मिला है।
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य विभाग नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य को समृद्ध करने के लिए चार जिला अस्पतालों का मुस्कान राष्ट्रीय प्रमाणन कराने की तैयारी कर रहा है।
इसके लिए इन अस्पतालों में मुस्कान सर्टिफिकेशन के चारों मानकों एसएनसीयू, स्पेशल चाइल्ड ओपीडी, स्पेशल चाइल्ड वार्ड व पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
एसएनसीयू में शून्य से 28 दिन तक के नवजात व स्पेशल चाइल्ड वार्ड में 29 दिन से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चों का इलाज होता है। हर वार्ड में पर्याप्त चिकित्सक एवं 24 घंटे पैथोलॉजी सुविधा मुहैया करानी होती है।
इन जिलों को सिविल सर्जन को निर्देश
औरंगाबाद, शेखपुरा, नालंदा व वैशाली जिले के सिविल सर्जन को राज्य आरओपी (रिकार्ड ऑफ प्रोसिडिंग) के अनुसार, वर्तमान वित्तीय वर्ष में मुस्कान प्रमाणन के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए जरूरी मानक सुनिश्चित करने के लिए मुख्यालय से एक चेकलिस्ट भी भेजी गई है।
अभी सिर्फ सीतामढ़ी अस्पताल को मुस्कान सर्टिफिकेट
बताते चलें कि अभी तक राज्य में सिर्फ सीतामढ़ी जिला अस्पताल को ही मुस्कान का राष्ट्रीय सर्टिफिकेट मिला है। संबंधित जिलों के सिविल सर्जनों को चेक लिस्ट के अनुसार, मौजूदा संसाधन को अपग्रेड करने का निर्देश दिया गया है।
मुस्कान सर्टिफिकेशन के लिए इंटरनल असेसमेंट जारी है। इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रिसिटी, चिकित्सकों के रोस्टर, क्वॉलिटी इंप्रूवमेंट आदि पर काम चल रहा है।
वैशाली जिला अस्पताल में एसएनसीयू को नए भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। नर्सों की कार्यक्षमता व दक्षता बढ़ाने के लिए प्रतिदिन विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
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