Bihta Airport Latest News: बिहटा एयरपोर्ट का ताजा अपडेट यहां जानिए, दुबई और सिंगापुर भी जाएंगी फ्लाइट
जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना से यात्रियों की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए बिहटा में एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया था। जिला प्रशासन की ओर से एक माह के भीतर आठ एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। लेकिन जब तक एएआइ (एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया) को जमीन नहीं मिल जाती तब तक परियोजना को मूर्तरूप देना संभव नहीं है।
प्रशांत कुमार, पटना। Bihta Airport Construction Status बिहटा वायु सेना केंद्र को अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने के लिए आठ वर्षों से कवायद चल रही है। यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए नए एयरपोर्ट के लिए राजधानी से सबसे निकट उपयुक्त मानकर बिहटा वायुसेना केंद्र को वर्ष 2015-16 में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने की योजना बनाई गई थी।
हवाईअड्डा प्राधिकरण ने राज्य सरकार से जमीन की मांग की थी। दो वर्षों बाद 108 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी गई। दखल और चारदीवारी भी बन चुकी, लेकिन आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी आठ एकड़ जमीन का पेच फंसा ही रह गया।
जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना से यात्रियों की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए बिहटा में एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया था। जिला प्रशासन की ओर से एक माह के भीतर आठ एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, जब तक एएआइ (एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया) को जमीन नहीं मिल जाती, तब तक परियोजना को मूर्तरूप देना संभव नहीं है।
इधर, एएआइ ने पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा) पर नई बिल्डिंग निर्माण के दो चरणों के लिए निविदा प्रकाशित की है। इसके साथ ही उपकरणों की खरीद प्रक्रिया भी चालू है। पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का निर्माण अंतिम चरण में है।
बिहटा से दुबई, सिंगापुर की भी फ्लाइटें
पटना एयरपोर्ट की गिनती खतरनाक हवाईअड्डों में होती है। जुलाई 2000 में यहां हवाई दुर्घटना के बाद विकसित करने का काम चल रहा है, लेकिन जमीन की उपलब्धता बाधा बनी हुई है। नतीजा यहां से एक भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं है। पिछले वर्ष दुबई के लिए वन स्टाप फ्लाइट की शुरुआत की गई थी।
बिहटा एयरपोर्ट को नवीन तकनीक से तैयार किए जाने की योजना है। इसके साथ ही वहां से दुबई, सिंगापुर, काठमांडू, बैंकाक समेत अन्य देशों के लिए भी फ्लाइटें शुरू करने की योजना है। वर्तमान में पटना एयरपोर्ट से प्रतिदिन औसत 10 हजार यात्री सफर करते हैं। इसकी क्षमता 25 हजार यात्रियों की है। बिहटा में पांच लाख से ज्यादा यात्री हर दिन आवागमन कर सकेंगे। यहां टर्मिनल भवन, कार पार्किंग, एप्रान आदि भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
बिहटा एयरपोर्ट पर नहीं दिखेगी पटना वाली खामियां
पटना एयरपोर्ट के आसपास मांस-मछली की दुकानों के कारण बर्ड-हिट की आशंका बनी रहती है। हालिया दिनों में हादसे भी हुए, जिसमें यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई थी। पशु-पक्षियों को भगाने के लिए बार-बार पटाखे फोड़े जाते हैं। पटना एयरपोर्ट का रनवे 6500 फीट का है, जो सामान्य से छोटा है।
इस कारण विमानों को उतरते समय ब्रेक जोर से लगाना पड़ता है, क्योंकि रनवे समाप्त होते ही चारदीवारी आ जाती है। किसी भी फ्लाइट को उतरने के लिए जमीन से 2.5 डिग्री के क्षितिज पर लैंड कराना सुरक्षित मानक है, लेकिन पटना एयरपोर्ट का रनवे के छोटा होने से तीन डिग्री पर फ्लाइटों उतरना पड़ता है। बताया जाता है कि बिहटा एयरपोर्ट इन सभी त्रुटियों से रहित होगा। यहां विमानों से 24 घंटे विमानों का परिचालन हो सकेगा।
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