Sand Mining in Bihar: बालू घाट बंदोबस्त में देरी होने पर अधिकारियों पर गिरी गाज, विभाग ने वेतन पर लगाई रोक
Sand Mining in Bihar बिहार के खान एवं भू-तत्व विभाग ने बालू घाट बंदोबस्त में देरी होने पर सारण और दरभंगा के खनिज विकास पदाधिकारियों के वेतन पर रोक लगा दी है। जिलों की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई है कि 17 जिले बालू घाट बंदोबस्त और खनन शुरू करने के मामले में पीछे चल रहे हैं जिसे विभाग ने गंभीरता से लिया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने बालू घाट बंदोबस्त में विलंब और खनन शुरू न होने के मामले में फिलहाल सारण और दरभंगा के खनिज विकास पदाधिकारियों के मई महीने के वेतन पर रोक लगा दी है।
जिलों की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई है कि 17 जिले बालू घाट बंदोबस्त और खनन शुरू करने के मामले में पीछे चल रहे हैं, जिसे विभाग ने गंभीरता से लिया है।
विभाग के स्तर पर सभी खनिज विकास पदाधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर नदियों से खनन प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश पालन न होने पर दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
खान एवं भू-तत्व विभाग के सूत्रों के अनुसार, जिन 17 जिलों में खनन और बंदोबस्त का काम धीमी गति में है वे जिले हैं सीतामढ़ी, बेतिया, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, पूर्णिया, सारण, गोपालगंज, सिवान, शिवहर और वैशाली सहरसा, मधेपुरा और किशनगंज। इन 17 जिलों में 132 बालू घाट हैं। इनमें से 93 की ई-नीलामी नहीं हुई है।
39 घाटों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी हुई है। 16 घाट ऐसे भी है जिन्हें पर्यावरणीय स्वीकृति मिल गई है। बावजूद खनन मात्र 10 घाट ही प्रारंभ हुआ है। अब विभाग ने प्रतिदिन खनन का निरीक्षण कर रिपोर्ट मुख्यालय को भेजने का निर्देश दिया है।
समीक्षा के दौरान, यह बात भी सामने आई कि दरभंगा, समस्तीपुर, पूर्णिया, गोपालगंज, सुपौल, मधेपुरा, सिवान, मोतिहारी और वैशाली जिले में किसी भी बालू घाट से खनन शुरू नहीं हो पाया है। इस पर विभाग ने चिंता जताई है और जल्द काम शुरू करवाने का निर्देश दिया है।
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