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Bihar School News: अब हर दिन की टेंशन खत्‍म, एक हफ्ते में 15 स्कूलों का होगा निरीक्षण; प्राइवेट स्‍कूल भी दायरे में आए

Bihar News बिहार में स्कूलों के निरीक्षण के नियम में एक बार फिर बदलाव किया गया है। शिक्षा विभाग के इस कदम के बाद अब सरकारी स्‍कूलों के साथ-साथ अब प्राइवेट स्‍कूल भी नि‍रीक्षण के दायरे में आ गए हैं। जिला शिक्षा कार्यालय के मुताब‍िक कर्मी अब प्रतिदिन नहीं बल्कि सप्ताह में 15 स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। अभी तक एक निरीक्षक को प्रतिदिन दस स्कूल का निरीक्षण करना होता था।

By Ravi Kumar(Patna) Edited By: Prateek Jain Published: Sun, 16 Jun 2024 04:31 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2024 04:31 PM (IST)
शिक्षा विभाग ने स्कूलों के निरीक्षण के नियम में बदलाव किया है।

जागरण संवाददाता, पटना। शिक्षा विभाग ने स्कूलों के निरीक्षण के नियम में बदलाव किया है। जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार शिक्षा विभाग के कर्मी अब प्रतिदिन नहीं, बल्कि सप्ताह में 15 स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। अभी तक एक निरीक्षक को प्रतिदिन दस स्कूल का निरीक्षण करना होता था।

एक सप्ताह के निरीक्षण के बाद स्कूल में जो भी कमियां पाई जाएंगी उस रिपोर्ट के अनुसार संबंधित व्यक्ति या संभाग पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रति सप्ताह सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षा कार्यालय ओर से कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों का भी निरीक्षण किया जाएगा। इसमें प्रति सप्ताह तीन से चार निजी स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा। स्कूलों की निरीक्षण के लिए शिक्षा विभाग की ओर से 15 प्वाइंट का अलग से फार्मेट तैयार किया गया है। फार्मेट के आधार पर ही निरीक्षण कर्मी स्कूल की जांच करेंगे।

निजी स्कूलों के पंजीयन पर रहेगी कड़ी नजर

निरीक्षण कर्मियों का फोकस वैसे निजी स्कूलों पर होगा जिन्होंने अब तक शिक्षा विभाग के ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन नहीं किया है। जिले में कक्षा एक से आठवीं में करीब 3500 निजी स्कूल संचालित किये जा रहे हैं, लेकिन इनमें से मात्र 856 निजी स्कूलों ने ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन कराया है।

इसके अलावा जिन स्कूलों ने यू-डायस कोड जनरेट नहीं कराया है। वैसे स्कूल प्रबंधकों पर जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से कार्रवाई की जाएगी।

फॉर्मेट के अनुसार, स्कूल में आरटीई के तहत नामांकन लेने वाले बच्चों की डिटेल, यू-डायस कोड, ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन, शिक्षक और कर्मी की संख्या, स्कूल द्वारा संचालित किए जाने वाले वाहनों का पंजीयन, वाहन मानक, ड्राइवरों की संख्या और प्रमाण-पत्र, ग्राउंड स्पेस आदि की रिपोर्ट निरीक्षण कर्मियों को देना है।

इन प्रमुख बिंदुओं पर सरकारी स्कूलों की जांच रिपोर्ट तैयार करेंगे निरीक्षण कर्मी

  1. स्कूल में शिक्षक एवं बच्चों की संंख्या के अनुरूप क्लास में ब्लैक बोर्ड, चाक, डस्टर आदि
  2. स्कूल में निर्माणाधीन असैनिक कार्य की प्रगति रिपोर्ट
  3. स्कूल में संचालित मध्याह्न भोजन, किचन शेड, बर्तन की उपलब्धता
  4. स्कूल में पीने की पानी और शौचालय की व्यवस्था
  5. क्लास में बच्चों की संख्या के अनुपात में बेंच-डेस्क की उपलब्धता
  6. स्कूल में आइसीटी लैब और प्रयोगशाला की स्थिति
  7. स्कूल की चारदीवारी और मैदानों की स्थिति
  8. विद्यार्थियों को मिलने वाली एफएल किट और स्पोर्ट्स किट की उपलब्धता
  9. स्कूल में शिक्षक और बच्चों की उपस्थिति रिपोर्ट
  10. स्कूली बच्चों की आधार कार्ड बनाने की स्थिति

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