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Sakshamta Pariksha: 26-28 जून तक होने वाली सक्षमता परीक्षा स्थगित, जानें BSEB ने क्या बताया कारण; कब आएगी नई डेट?

Bihar Teachers बीएसईबी ने 26 से 28 जून तक आयोजित होने वाली सक्षमता परीक्षा 2024 को स्थगित कर दिया है। बीएसईबी ने कहा कि 26 से 28 जून तक आयोजित होने वाली सक्षमता परीक्षा को अपरिहार्य कारणों स्थगित करना पड़ा है। सक्षमता परीक्षा की नई तारीख जल्द जारी की जाएगी। बता दें कि कुछ शिक्षकों ने प्रवेश पत्र को लेकर बीएसईबी से शिकायत की थी।

By Ravi Kumar(Patna) Edited By: Mohit Tripathi Published: Sat, 22 Jun 2024 04:45 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2024 04:45 PM (IST)
26 से 28 जून तक होने वाली सक्षमता परीक्षा स्थगित। (सांकेतिक फोटो)

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने 26 से 28 जून तक आयोजित होने वाली स्थानीय निकाय शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा 2024 (द्वितीय) स्थगित कर दिया है। समिति ने इस संबंध में शुक्रवार देर शाम नोटिस जारी किया।

समिति ने कहा कि 26 से 28 जून तक दोनों पालियों में आयोजित होने वाली सक्षमता परीक्षा 2024 (द्वितीय) अपरिहार्य कारणों स्थगित की गई है। परीक्षा के आयोजन की नई तिथि बाद में प्रकाशित की जाएगी।

क्यों रद्द की गई परीक्षा?

गौरतलब है कि सक्षमता परीक्षा के लिए शुक्रवार को प्रवेश पत्र जारी किया गया था, लेकिन विभिन्न शिक्षक संगठनों ने शिकायत की थी कि 28 जून को सक्षमता परीक्षा से बीपीएससी द्वारा आयोजित प्रधान शिक्षक पदों पर नियुक्ति के लिए होने वाली परीक्षा की तिथि से मेल खा रही थी।

26 से 28 जून तक होनी थी परीक्षा

प्रधान शिक्षक पदों पर परीक्षा 28 व 29 जून को होनी है। वहीं, 26 से 28 जून तक सक्षमता परीक्षा होनी थी। कई शिक्षक सक्षमता परीक्षा में भी शामिल होने वाले थे और प्रधान शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में भी शामिल होने वाले थे।

प्रधान शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को लेकर सक्षमता परीक्षा स्थगित की गई है। स्थानीय निकाय शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा 2024 (द्वितीय) में राज्य भर से 85 हजार शिक्षक अभ्यर्थी शामिल होने वाले थे।

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शारीरिक शिक्षकों ने की वेतन बढ़ाने की मांग

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर रोहतास के शिक्षकों ने न्यू स्टेडियम फजलगंज में योग दिवस मनाया। इस दौरान शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वेतन को 8000 से बढ़ाकर 40 हजार करने की मांग की।

शारीरिक शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय में आठ घंटे तक रहते हैं। इस दौरान वे अंग्रेजी व गणित भी पढ़ाते हैं। इसके अलावा, जनगणना व चुनाव समेत अन्य कार्य भी हमसे लिए जाते हैं। लेकिन हमारा वेतन अन्य शिक्षकों की तुलना में काफी कम है।

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