जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Crime News यौन शोषण के मामले में पीड़िता की गुहार को नजरअंदाज करना और केस दर्ज करने की बजाए उसे चार दिनों तक थाने का चक्कर लगवाने वाले वाले राकृष्णानगर के थानेदार की थानेदारी चली गई।
इसी तरह आटो में पाकेटमारी की शिकायत पर पीड़ित से सीमा क्षेत्र नापवाने बेउर के थानाध्यक्ष खुद ही नप गए। एसएसपी राजीव मिश्रा ने दोनों मामलों में जांच रिपोर्ट आने के बाद बुधवार को बेउर थानेदार सुनील कुमार और रामकृष्णानगर के थानाध्यक्ष कृष्णचंद्र भारती को निलंबित कर दिया है।
शिकायत मिली तो संबंधित थाने के पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई तय- एसएसपी
अब इन दोनों थानेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी। एसएसपी ने कहा कि इस तरह के मामले में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिली तो संबंधित थाने के पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई तय है।
बीते दिनों एक युवती यौन शोषण की शिकायत लेकर रामकृष्णनगर थाना पहुंची।
लोक-लाज के भय से गुहार लगाई थी कि पुलिस उनके घर तक नहीं जाए। पीड़िता द्वारा गुहार लगाने के बाद भी नाम और पता सत्यापन करने के नाम पर पीड़िता दौड़ाते रही। पुलिस केस दर्ज करने की बजाए पीड़िता को चार दिनों दौड़ाते रही। इसकी शिकायत एएसपी सदर तक पहुंच गई।
थानेदार से मांगा गया स्पष्टीकरण
मामले को गंभीरता से लेते हुए उनके द्वारा संबंधित थानेदार से स्पष्टीकरण मांगा गया, जिसमें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उन्हें इसकी रिपोर्ट वरीय पुलिस अधिकारी को दी। जांच रिपोर्ट आने के बाद रामकृष्णानगर थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया। इसी तरह बेउर थाना क्षेत्र में ऑटो सवार एक व्यक्ति के साथ पॉकेटमारी हो गई।
पीड़ित केस दर्ज कराने के लिए बेउर थाना गया। केस दर्ज करने की बजाए पुलिस उन्हें नौ दिनों तक दौड़ाते रही। बाद उन्हें घटनास्थल गर्दनीबाग थाना क्षेत्र का बताते हुए उसे वापस भेज दिया गया।
इस बात की शिकायत वरीय पुलिस अधिकारी तक पहुंच गई। मामले की जांच हुई तो पीड़ित द्वारा जो भी आरोप लगाए गए थे वह सत्य पाया गया। इसके आधार पर बेउर के थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया।
यह भी पढ़ें-
3 बच्चों की मां प्रेमी के साथ चौथी बार हुई फरार, फरियाद लेकर थाने पहुंचा ससुर; पुलिस ने कही ये बात
Cyber Crime News: पैसा डबल कराने के चक्कर में लुट गए मास्टर साहब! साइबर अपराधियों ने लगा दिया 15 लाख का चूना