Bihar Politics : बिहार में किसके खाते में जा रही विधान परिषद की खाली सीट? आ गया बड़ा अपडेट
Bihar Politics बिहार विधान परिषद की रिक्त एक सीट को लेकर मची रार का समाधान होता दिख रहा है। विधान परिषद की खाली सीट जदयू खाते में जाती दिख रही है। इस सीट के लिए एकमात्र नामांकन का पर्चा जदयू प्रत्याशी की ओर से भरा गया। वहीं विपक्षी पार्टी की ओर से इस सीट पर कोई प्रत्याशी उतारा नहीं गया है। ऐसे में दूसरा कोई भी दावेदार नहीं है।
राज्य ब्यूरो, पटना। विधान परिषद की रिक्त एक सीट जदयू के खाते में जा रही। विधानसभा कोटे की इस सीट पर उप चुनाव के तहत मंगलवार नामांकन का आखिरी दिन था। एकमात्र नामांकन जदयू की ओर से हुआ है। पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा उसके प्रत्याशी हैं।
विपक्षी महागठबंधन ने इस सीट के लिए अपना प्रत्याशी नहीं दिया है और कोई दूसरा दावेदार भी नहीं। ऐसे में इस सीट के लिए चुनाव और निर्विरोध जीत की घोषणा औपचारिकता मात्र रह गई है।
उप चुनाव के तहत नामांकन की अंतिम तारीख रही दो जुलाई
विधानसभा कोटे की यह सीट राजद के विधान पार्षद रामबली सिंह की सदस्यता रद्द होने के कारण रिक्त हुई है। इनकी पदावधि 28 जून, 2026 तक है। इस तरह लगभग दो वर्ष का कार्यकाल शेष है।
इस सीट पर उप चुनाव के तहत नामांकन की अंतिम तारीख दो जुलाई रही। तीन जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और पांच जुलाई तक अभ्यर्थी अपना नाम वापस ले सकते हैं। 12 जुलाई को मतदान की तिथि निर्धारित थी, जिसकी अब कोई आवश्यकता ही नहीं रही।
नामांकन वापसी के दिन ही कर दी जाएगी जीत की घोषणा
नामांकन वापसी के दिन ही भगवान सिंह कुशवाहा की निर्विरोध जीत की घोषणा कर दी जाएगी। वस्तुत: विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जदयू की जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी।
तेजस्वी यादव के विरुद्ध आपत्तिजनक बयान के कारण राजद ने रामबली सिंह की सदस्यता समाप्त कराने का आग्रह किया था, जिसे तत्कालीन सभापति ने स्वीकार कर लिया था।
इस उप चुनाव के बाद 75 सदस्यीय विधान परिषद में एक सीट रिक्त बचेगी। वह निवर्तमान सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के सांसद चुने जाने के रिक्त होने वाली स्नातक निर्वाचन क्षेत्र कोेटे की सीट है।
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