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गांव में 'फेमस' होने के लिए बोला झूठ, फिर खुद रच दी अपने अपहरण की साजिश; पुलिस ने किया भंडाफोड़

Bihar News हथिदह रेलवे स्टेशन से कोशी एक्सप्रेस में सवार होकर गया में ग्रामीण विकास पदाधिकारी का प्रशिक्षण लेने जा रहे जिस दीपक कुमार पाठक के अपहरण और फिरौती बात सामने आई थी वह फर्जी निकली। उसने खुद के अपहरण की कहानी गढ़ी थी। रेलवे पुलिस ने उसे बख्तियापुर रेलवे स्टेशन के समीप एक होटल से बरामद कर लिया है।

By Ashish Shukla Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 16 Jul 2024 01:51 PM (IST)
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गांव में 'फेमस' होने के लिए बोला झूठ, फिर खुद रच दी अपने अपहरण की साजिश

जागरण टीम, पटना/बेगूसराय। बीपीएससी की परीक्षा के आधार पर ग्राम विकास पदाधिकारी पद पर चयन का झूठ छुपाने को दो बच्चों के पिता ने स्वयं अपहरण की कहानी रची। जिससे घरवालों से लेकर पुलिस तक परेशान रही। इंटरनेट मीडिया पर बीडीओ के अपहरण की खबर तेजी से प्रसारित हो गई।

खुसरूपुर में ट्रेन से अपहरण की सूचना पर रेल पुलिस से लेकर जिला पुलिस तक सक्रिय हो गई। हालांकि, कुछ ही घंटे में पुलिस ने उसकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर बख्तियारपुर स्टेशन के बगल के एक होटल से बरामद कर झूठ का पर्दाफाश कर दिया।

युवक बेगूसराय के तेघड़ा थाना क्षेत्र का अंबा गांव निवासी दीपक कुमार पाठक है। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पहले उसने अपहर्ताओं द्वारा मंझौली में ट्रेन से उतारे जाने तो कभी गया पहुंचने पर जान से मारने की धमकी देने की बात कहकर भरमाने का प्रयास किया। कड़ाई करने पर उसने स्वयं अपहरण की साजिश रचने की कहानी बता दी।

घरवालों को किया गुमराह

उसने दूसरे दीपक के नाम की बीपीएससी द्वारा प्रकाशित सूची दिखाकर घरवालों को गुमराह किया। पूजा पाठ व मिठाई वितरण के बाद योगदान के बहाने निकला और अपहरण की साजिश रच दी।

दीपक ने समय से योगदान करने नहीं पहुंच पाने के कारण चयन रद्द होने का फर्जी पत्र भी बना रखा था, जो दो दिन बाद घर लौटकर परिवार वालों को दिखाता।

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