Manorama Devi Raid: पूर्व MLC मनोरमा देवी के ठिकानों से ऐसा क्या मिला? जिससे NIA अधिकारियों का भी चकराया माथा
Bihar Politics एनआईए के छापे के बाद जनता दल(यूनाइटेड) की नेता और पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उनके आवास पर तलाशी ली और उन्होंने अधिकारियों द्वारा मांगे गए सभी कागजात दे दिए। गुरुवार सुबह छह बजे से छापेमारी की गई। मेरे पास पैसे के सभी दस्तावेज हैं जो मैंने देने के लिए अलग रखे थे।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने नक्सली कनेक्शन मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गया और कैमूर के पांच ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें जदयू की पूर्व विधानपार्षद मनोरमा देवी समेत नक्सली संगठन से जुड़े तीन संदिग्धों के आवास और कार्यालयों की तलाशी ली गई।
इस तलाशी में एनआइए को चार करोड़ तीन लाख रुपये नकद, विभिन्न बोर के दस हथियार, डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। जिसे देखकर NIA अधिकारी भी हैरान रह गए।
नक्सली कनेक्शन भी आ रहा सामने
एनआइए के अनुसार, यह तीनों मगध क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए सीपीआइ (माओवादी) के नेताओं को धन और रसद सहायता प्रदान करने में शामिल थे। छापेमारी का उद्देश्य मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने की सीपीआइ (माओवादी) की साजिश को विफल करना था।सुबह से देर रात तक जारी रही कार्रवाई
गुरुवार को तड़के एनआइए की टीम पूर्व विधानपार्षद मनोरमा देवी के एपी कालोनी स्थित आवास और उनकी कंपनी रमिया कंस्ट्रक्शन के कार्यालय पहुंची जहां देर रात तक छानबीन जारी रही। इस दौरान पूर्व विधान पार्षद सहित परिवार के अन्य सदस्य घर के अंदर मौजूद रहें। कार्रवाई के दौरान एनआइए की टीम ने एसबीआइ की शाखाओं से नोट गिनने की तीन मशीनें और छह बक्से भी मंगाए।
इसके अलावा एनआइए की टीम ने बोधगया और भभुआ शहर के वार्ड 22 स्थित न्यू रुचिका प्रिंटिंग प्रेस में भी छापेमारी की। बांकेबाजार में सिमरन ट्रेवल्स के मालिक द्वारिका यादव के घर और कार्यालय में भी छापेमारी की गई है। इस बाबत गया के एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि एनआइए के अधिकारियों ने अलग-अलग स्थानों पर छापामारी करने के लिए जिला बल का सहयोग मांगा था। उन्हें अलग-अलग शिफ्ट में पुलिस पदाधिकारी और जवान उपलब्घ करा दिए गए हैं।
रोहित राय और प्रमोद यादव से जुड़े हैं तार
एनआइए के अनुसार, यह मामला सात अगस्त 2023 को औरंगाबाद जिले के गोह थाना क्षेत्र से सीपीआइ (माओवादी) के दो कैडरों की गिरफ्तारी से जुड़ा है। इसमें आरोपी रोहित राय और प्रमोद यादव के पास हथियार और गोला-बारूद के साथ-साथ संबंधित पुस्तिकाएं भी मिलीं थीं।
एनआइए ने पिछले साल 26 सितंबर को जांच अपने हाथ में ली जिसके बाद 20 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। एनआइए ने इसी साल फरवरी में रोहित और प्रमोद के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था जिसमें बताया गया कि दोनों अपने सहयोगियों के साथ मगध क्षेत्र में सीपीआइ (माओवादियों) के ख़त्म हो रहे आंदोलन को पुनर्जीवित करने और इसकी हिंसक राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे थे।
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