Bihar Flood Photos: भागलपुर और मुंगेर में घुसा बाढ़ का पानी, सारण में 3 जगहों पर टूटा बांध; डूबने से 5 की मौत
बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। भागलपुर और मुंगेर में बाढ़ का पानी घुस चुका है। सारण में तीन जगहों पर बांध टूटने से सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं। पटना बक्सर समस्तीपुर और बेगूसराय में डूबने से पांच की मौत हो चुकी है। मनेर को छोड़कर पटना के सभी स्थानों पर जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
जागरण टीम, पटना। बिहार की नदियों में उफान जारी है। भागलपुर में गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। शहर के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं। कई पंचायतों का मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन सहित कई छात्रावासों में पानी प्रवेश कर जाने से छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ गई है।
भागलपुर को कहलगांव से जोड़ने वाले एनएच 80 पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है। वहीं, मुंगेर में गंगा खतरे के निशान से 42 सेमी ऊपर बह रही है। जलस्तर बढ़ने से शहर के निचले क्षेत्रों में गंगा का पानी फैल गया है। कई वार्डों के मोहल्लों में दो से तीन फीट तक पानी बह रहा है।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह के निर्देश पर 38 शरण स्थलों का चयन किया गया है। गंगा, सोन, पुनपुन, फल्गू व गंडक नदी का पानी सारण, वैशाली, बेगूसराय के नए क्षेत्र में फैला है। सारण में तीन जगहों पर बांध टूटने से सैकड़ों एकड़ खेत में पानी फैल गया है।
वहीं, बाढ़ के पानी में डूबने से पटना, बक्सर, समस्तीपुर व बेगूसराय में पांच की मौत हो गई। मनेर को छोड़कर पटना के सभी स्थानों पर जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में दीघा घाट पर 18 जबकि गांधी घाट पर छह सेंटीमीटर पानी बढ़ चुका है। हाथीदह में भी जलस्तर 12 सेंमी बढ़ गया है। पानी में वृद्धि से नए इलाके इसकी चपेट में आ रहे हैं।
दानापुर, मोकामा, बख्तियारपुर, बाढ़, अथमलगोला एवं सदर प्रखंड की करीब एक लाख की आबादी इससे प्रभावित हुई है। जिले के 92 स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। खुसरूपुर थाना क्षेत्र के बैकठपुर गांव में बाढ़ के पानी में स्नान के दौरान 18 वर्षीय प्रकाश झा नामक युवक की मौत हो गई। मोकामा व अथमलगोला प्रखंडों में एनएच 31 पर बाढ़ का पानी बह रहा है।
बक्सर में एक सेंटी मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर घट रहा है। बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हुई है। इनमें एक किशोर और एक वृद्ध शामिल थे। जिले के छह प्रखंडों के दो से तीन दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सारण में 32 पंचायत की तीन लाख से अधिक आबादी प्रभावित है। जिले के दरियापुर प्रखंड के हरिहरपुर पंचायत के सलेमपुर एवं सुतिहार पंचायत के सुतिहार मठिया गांव में सुखमही एवं मही नदी के तेज बहाव के कारण बांध टूट गया।
वहीं, मांझी प्रखंड क्षेत्र के इमादपुर गांव के समीप शुक्रवार की सुबह दाहा नदी का रिंग बांध टूट गया। रिंग बांध टूट जाने से इमादपुर बिंद टोलियां गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सोनपुर के भी कई इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है। हरिहर नाथ मंदिर के पास सड़क पर गंगा नदी का पानी तेजी से बह रहा है। मंदिर के नजदीक हरिहर नाथ थाना परिसर में पानी बह रहा है। जहानाबाद जिले में फल्गु नदी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है। अरवल जिले में सोन नदी का पानी तेजी से घट रहा है।
पुनपुन नदी खतरे के निशान से आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। भोजपुर जिले में गंगा के उफान पर रहने के कारण दिन प्रतिदिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जिले के चार प्रखंडों में लगभग पांच लाख की आबादी प्रभावित है। दो दर्जन गांव में जहां आवागमन पूरी तरह से बंद हो चुका है। वहीं सैकड़ो गांव चारों तरफ से जलमग्न हो चुके हैं। वैशाली जिले में गंगा नदी खतरे के निशान से 1.68 मीटर ऊपर बह रही है। जिले में गंगा नदी के नजदीक वाले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
बेगूसराय में गंगा के जलस्तर में वृद्धि शुक्रवार को भी जारी रहा। बाढ़ में डूबने से मटिहानी में एक बच्चे की मौत हो गई है। वहीं बाढ़ से जिले के सात प्रखंडों की दो दर्जन से अधिक पंचायतों में दो लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। कई पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है। वहीं बाढ़ से शहर के पांच वार्ड प्रभावित है।
खगड़िया में गंगा खतरे के निशान से एक मीटर 65 सेंटीमीटर व बूढ़ी गंडक एक मीटर 62 सेंटीमीटर ऊपर है। कटिहार में गंगा, कारी कोसी और बरंडी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। समस्तीपुर जिले के मोहनपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 220 सेमी अधिक है। रसलपुर हाईस्कूल के निकट बंडाल क्षतिग्रस्त हो गया। क्षतिग्रस्त भाग की जीओ बैग डालकर मरम्मत कर दी गई है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।