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Darbhanga AIIMS: दरभंगा एम्स के निर्माण का रास्ता पूरी तरह साफ, CM नीतीश व PM मोदी जल्द रखेंगे नींव

दरभंगा में एम्स निर्माण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। नीतीश सरकार ने मंगलवार को दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए बची हुई जमीन का भी हस्तांतरण कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में स्वास्थ्य के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने एम्स दरभंगा के कार्यपालक निदेशक को 37.31 एकड़ जमीन के कागजात सौंप दिए।

By Sunil Raj Edited By: Mohit Tripathi Updated: Tue, 24 Sep 2024 08:40 PM (IST)
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में दरभंगा एम्स की नींव रखने की संभावना। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना के बाद दरभंगा में एम्स निर्माण का रास्ता अब पूरी तरह से साफ हो गया है। राज्य सरकार ने इस अस्पताल के निर्माण के लिए बची हुई जमीन का हस्तांतरण भी मंगलवार को कर दिया।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में विकास भवन के सभागार में स्वास्थ्य के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने एम्स दरभंगा के कार्यपालक निदेशक सह सीइओ माधवानंद कर को 37.31 एकड़ जमीन के कागजात सौंप दिए।

इससे पूर्व 150.13 एकड़ जमीन केंद्र को हस्तांतरित की गई थी। अब जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में इस अस्पताल की नींव रखे जाने की संभावना है। इस आयोजन की तिथि जल्द घोषित होगी।

750 बेड का होगा दरभंगा एम्स

मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि दरभंगा एम्स का निर्माण कुल 187.44 एकड़ पर होगा। अस्पताल बनने के बाद यहां से मिथिलांचल और उत्तर बिहार के अन्य जिलों के साथ ही नेपाल में रहने वाली बड़ी आबादी को इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

सरकार का अनुमान है दरभंगा एम्स बनने से आठ करोड़ से ऊपर मिथिला वासियों सहित नेपाल और पूर्वोत्तर राज्य के लोगों को सुलभ स्वास्थ सुविधा मिलने लगेगी।

अस्पताल के निर्माण के लिए 1264 करोड़ रुपये हैं स्वीकृत

मंत्री पांडेय ने कहा कि दरभंगा एम्स 750 बेड का होगा। संस्थान के डिजाइन की जिम्मेदारी आइआइटी दिल्ली को सौंपी गई है। इस अस्पताल निर्माण के लिए पूर्व से 1264 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। परंतु, संभावना है इसकी लागत और बढ़ सकती है।

उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार और नेपाल के लोगों के लिए सुलभ स्वास्थ का सपना साकार होकर अब हकीकत में बदलने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

इस परियोजना से क्षेत्र के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार होगा और स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।

इसका निर्माण कार्य शीघ्र प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के द्वारा निर्माण की नींव रखी जाएगी। जिसकी घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा कर चुके हैं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

2015-16 के बजट में स्वीकृत हुआ था प्रस्ताव

नरेन्द्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान बजट पेश करते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दरभंगा में एम्स की घोषणा की थी। परंतु, इस पर अंतिम निर्णय 2019- 20 तब हुआ जब यूनियन कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी।

एम्स का प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अपग्रेड कर एम्स बनाने का सुझाव दिया।

डीएमसीएच की खाली जमीन का प्रस्ताव भी दिया गया। लेकिन, केंद्रीय टीम ने इसमें कई समस्याएं गिनाकर प्रस्ताव खारिज कर दिया।

एनबीसीसी करेगा दरभंगा एम्स का निर्माण

लंबी प्रक्रिया के बाद अंतत राज्य सरकार ने दरभंगा में शोभन बाइपास पर 50.13 एकड़ जमीन केंद्र को हस्तांतरित की। बाद में अतिरिक्त 37.31 एकड़ जमीन भी देने की स्वीकृति दी गई और आज उक्त जमीन को भी केंद्र को हस्तांतरित कर दिया गया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दरभंगा एम्स के निर्माण का कार्य संभवत: नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) को सौंपा जाएगा।

पटना एम्स का भी होगा विस्तार, दी जाएगी 20 एकड़ जमीन

एक ओर दरभंगा में जल्द ही नए एम्स की नींव रखी जाएगी वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने एम्स पटना के विस्तार की योजना भी स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एम्स पटना के विस्तार की योजना के तहत 20 एकड़ जमीन देने के निर्देश दिए हैं।

संभावना है कि एम्स पटना को 20 एकड़ जमीन का हस्तांतरण जल्द होगा। जिस पर आने वाले संपूर्ण खर्च का वहन राज्य सरकार अपने खर्च से करेगी।

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