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केंद्र सरकार का बड़ा फैसला; टीबी मरीजों की पोषण राशि हुई दोगुनी, अब हर माह मिलेंगे 1000 रुपये

टीबी मरीजों (TB Patients) के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार (Union Government) ने निक्षय पोषण योजना के तहत दी जाने वाली पोषण राशि को दोगुना कर दिया है। अब टीबी मरीजों को हर महीने एक हजार रुपये मिलेंगे। पहले यह राशि केवल पांच सौ रुपये थी। इस वृद्धि का लाभ नवंबर महीने से मरीजों को मिलना शुरू हो जाएगा।

By Sunil Raj Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 09 Oct 2024 03:03 PM (IST)
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अब तक टीबी मरीजों को पोषण योजना के तहत मिलते थे मात्र पांच सौ रुपए।
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार ने टीबी मरीजों को पोषण युक्त भोजन के लिए दी जाने वाली निक्षय पोषण योजना की राशि में वृद्धि कर दी है। वृद्धि के बाद टीबी मरीजों को निक्षय योजना के तहत एक हजार रुपये हर महीने मिलेंगे। पूर्व में इस मद में पांच सौ रुपये ही मिलते थे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर सचिव व मिशन निदेशक आराधना पटनायक ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश के मुताबिक वृद्धि का लाभ मरीजों को नवंबर महीने से मिलेगा।

केंद्र सरकार के निर्णय के राज्य में प्रभावी होने के बाद यहां के करीब 1.54 लाख से अधिक टीबी मरीजों को इसका फायदा मिलेगा। बता दें कि टीबी होने पर मरीजों को अधिक से अधिक प्रोटीन व पौष्टिक भोजन की जरूरत होती है।

अधिकांश टीबी मरीज गरीब घरों के होते हैं, लेकिन गरीबी के कारण ऐसे गरीब मरीज पौष्टिक भोजन नहीं कर पाते हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने निक्षय पोषण योजना की शुरूआत की है। ताकि मरीज को पौष्टिक भोजन मिल पाए।

बिना सैंपल लिए कोरोना जांच दिखाने के मामले में डॉक्टर के दो वेतन वृद्धि पर रोक

राज्य सरकार ने कोविड सैंपल जांच में बाहरी व्यक्तियों का नाम और मोबाइल नंबर देने सहित अन्य आरोपों के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमुई के तत्कालीन चिकित्सा प्रभारी डॉ. विमल कुमार चौधरी की दो वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, जमुई के डीएम ने 12 फरवरी 2021 को डॉ. विमल के खिलाफ कोविड जांच का सैंपल कलेक्ट किए बिना सैंपल जांच दिखाएं जाने का संज्ञान लेते हुए इसके खिलाफ आरोप गठित किया था।

इस मामले में डॉ. चौधरी को 12 फरवरी 2021 को निलंबित किया हालांकि 25 मई 2021 को उन्हें निलंबन मुक्त भी कर दिया गया, लेकिन इनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी। अब इन मामलों में उन्हें दोषी पाते हुए दो वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गयी है। डॉ. विमल वर्तमान में श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय मुजफ्फरपुर में कार्यरत हैं।

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