JEE Main Exam Pattern: एनटीए ने जेईई मेन के पैटर्न में किया बड़ा बदलाव, अब एग्जाम में नहीं होंगे वैकल्पिक प्रश्न
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जेईई मेन 2025 के पैटर्न में बदलाव किया है। अब सेक्शन-बी में वैकल्पिक प्रश्नों के विकल्प समाप्त किए जाएंगे। यह निर्णय इंजीनियरिंग (पेपर 1) और आर्किटेक्चर (पेपर 2) दोनों टेस्ट पेपर पर लागू होगा। NTA ने बताया कि कोविड-19 के कारण पहले अतिरिक्त विकल्प दिए गए थे लेकिन अब स्थिति सामान्य हो गई है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
जागरण संवाददाता, पटना। JEE Main 2025 Pattern Change नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने जेईई मेन के पैटर्न में बदलाव किया है। जेईई मेन 2025 (JEE Main 2025) के प्रश्नपत्र के सेक्शन-बी में वैकल्पिक प्रश्नों के विकल्प को समाप्त कर दिया गया है। एनटीए ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इंजीनियरिंग (बीई/बीटेक, पेपर 1) और आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग (पेपर 2) दोनों टेस्ट पेपर में बदलाव प्रभावी होगा।
जेईई मेन 2025 के पैटर्न से संबंधित जानकारी एनटीए ने वेबसाइट (https://www.nta.ac.in/) पर अपलोड कर दिया है। एनटीए का कहना है कि 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए सेक्शन-बी में पांच अतिरिक्त विकल्प देने का निर्णय लिया गया था। तीनों विषयों में 10 में से किसी पांच प्रश्न का जवाब अभ्यर्थी देना होता था।
अब स्थिति सामान्य हो गई है, जिसे देखते हुए अतिरिक्त विकल्प को समाप्त किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जल्द ही एनटीए प्रारंभ करेगा। इससे संबंधित विस्तृत जानकारी एनटीए और जेईई मेन की वेबसाइट https://jeemain.nta.ac.in/ पर उपलब्ध कराई जाएगी।
अब तीनों सेक्शन में होंगे 25-25 प्रश्न:
2021 से 2024 तक आयोजित जेईई मेन में प्रश्नपत्र में 90 प्रश्न होते थे। खंड ए में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित से 20-20 प्रश्न तथा खंड बी में तीन विषयों से 10 प्रश्न होते थे। सेक्शन बी में प्रत्येक विषय से पांच-पांच प्रश्नों का जवाब देना होता था।
- 2025 से प्रभावी पैटर्न में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित से 25-25 प्रश्न होंगे।
- सभी प्रश्नों का जवाब देना अनिवार्य होगा।
यूजीसी नेट का परिणाम जारी, पीएचडी के लिए एक लाख से अधिक क्वालीफाई
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट जून का परिणाम जारी कर दिया है। 83 विषयों की लिए आयोजित परीक्षा में चार हजार 970 को जेआरएफ, 53 हजार 694 को सहायक प्राध्यापक तथा एक लाख 12 हजार 70 को पीएचडी के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया है।
परीक्षा का आयोजन 21 अगस्त से पांच सितंबर तक विभिन्न तिथियों में 21 पाली में 280 शहरों में आयोजित की गई थी। परीक्षा में शामिल होने के लिए 11 लाख 21 हजार 225 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था, जिसमें छह लाख 84 हजार 224 शामिल हुए थे। परिणाम वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
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