बिहार सरकार ने किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। राज्य सरकार किसानों से गेहूं के उत्पादित बीज न्यूनतम समर्थन मूल्य से 25 से 30 प्रतिशत अधिक मूल्य पर खरीदेगी। इससे किसानों को दोहरा लाभ होगा। एक तो उन्हें अपने उत्पादन का अच्छा दाम मिलेगा दूसरे उन्हें राज्य के जलवायु परिवेश में उत्पादित प्रमाणित गेहूं बीज कम मूल्य पर मिलेगा।
जागरण टीम, पटना ब्यूरो/बेगूसराय।
कृषि विभाग रबी सीजन में 21 जिलों में किसानों को प्रोत्साहित कर उच्च गुणवत्तायुक्त गेहूं बीजों का उत्पादन कराएगा। इस पहल से 20 प्रतिशत तक अधिक उपज प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। राज्य में 3.50 लाख क्विंटल गेहूं के प्रमाणित बीज के उत्पादन की कार्ययोजना बनाई गई है। अहम यह है कि किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान पर आधार बीज बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
वहीं, निगम न्यूनतम समर्थन मूल्य से 25 से 30 प्रतिशत अधिक मूल्य पर किसानों से उत्पादित बीज की खरीद करेगा। बीज उत्पादन बढ़ने से किसानों को दो तरह का लाभ होगा। पहला किसानों को अनाज उत्पादन से ज्यादा मूल्य बीज उत्पादन में प्राप्त होगा। दूसरा किसानों को राज्य के जलवायु परिवेश में उत्पादित प्रमाणित गेहूं बीज कम मूल्य पर प्राप्त हो सकेगा, जिससे किसानों के आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी।
प्रमाणित गेहूं बीज उत्पादन से संबद्ध किसानों को बीज उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण, उत्पादन रकबा का निबंधन एवं उत्पादित बीज का क्रय संबंधित सभी कार्यों के निष्पादन का दायित्व बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेंसी (बसोका) एवं बिहार राज्य बीज निगम के कर्मियों को दिया गया है। कृषि विभाग की ओर से निगरानी की व्यवस्था की गई है।
8,750 क्विंटल गेहूं का आधार बीज होगा वितरण
राज्य में 8,750 क्विंटल गेहूं का आधार बीज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद तथा कृषि विश्वविद्यालयों से मंगाया जा रहा है। वहीं, 6000 क्विंटल आधार बीज पूर्व से ही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मंगाया जाता है। इस प्रकार अब राज्य में 14,750 क्विंटल गेहूं का आधार बीज उपलब्ध होगा।
21 जिलों को प्रमाणित गेहूं बीज के लिए चिह्नित किया गया है। इन 15 जिलों पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, शेखपुरा, भोजपुर, अरवल, जमुई, बांका, मुंगेर, मधुबनी, सारण एवं सीतामढ़ी में गेहूं बीज उत्पादन कार्य किसानों के माध्यम से कराया जाएगा।
वहीं, छह जिलों दरभंगा, बक्सर, नवादा, जहानाबाद, पटना एवं लखीसराय कृषक उत्पादक संघ (एफपीओ) के माध्यम से उत्पादन कराया जाएगा।
बेगूसराय: प्रगतिशील किसानों को दी मक्का प्रसंस्करण की जानकारी
क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केन्द्र विष्णुपुर परिसर में बिहार में खाद्य, पोषण और ईंधन सुरक्षा के लिए मक्का उत्पादन हेतु सर्वोत्तम प्रबंधन पैकेज विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में मधेपुरा, बेगूसराय, खगड़िया, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर जिला के 20 प्रगतिशील किसानों और आत्मा के किसान सलाहकार ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्य का संचालन वैज्ञानिक डॉ. आलोक कुमार साहू, चिक्काप्प कर्ज़गी प्रभारी मक्का अनुसंधान संस्थान, डॉ. शंकर लाल जाट, वरिष्ठ वैज्ञानिक सीमा सेपट ने किया।
प्रशिक्षण में किसानों को मक्का की विभिन्न पहलू पर यथा स्वस्थ भूमि, अच्छी मानक, बीज पोषण, परिचालना, रोग कीट प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण, बीज उत्पादन, मक्का से विभिन्न प्रकार प्रसंस्करण करके बिस्कुट, केक, कुरकुरे, भुजिया, लड्डू, बर्फी, मिठाई, साग सब्जी, बेबी कार्न पाकौड़ा, मीठा मकई सूप, पॉप कॉर्न बनाने का तरीका बताया गया। किसानों को उपरोक्त जानकारी सुखमणि ने दी।किसानों को कुशमहौत फार्म ट्रायल मक्का दिखाकर बीज उत्पादन और मक्का की व्यावसायिक खेती के लिए प्रेरित किया। डॉ. चिक्कापा कर्ज़गी, डॉ. आलोक साहू समेत आत्मा बेगूसराय के उप निदेशक अजीत सिंह किसानों को प्रमाण पत्र दिए।
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