Sand Mining: अगले महीने बिहार में शुरू होंगे 217 बालू घाट, खनन विभाग ने जारी किया नया निर्देश; पढ़ें डिटेल
बिहार में 336 बड़े बालू घाटों की ई-नीलामी नहीं हो पाई है क्योंकि पर्यावरण अनुमति मिलने में देरी हो रही है। खान एवं भू-तत्व विभाग ने इन घाटों को छोटा करने और फिर से अनुमति लेने का फैसला किया है। इससे खनन जल्द शुरू हो सकेगा। विभाग ने एजेंसी या अधिकारी को प्राधिकृत करने का निर्णय लिया है ताकि प्रक्रिया में देरी न हो।
राज्य ब्यूरो, पटना। Sand Mining In Bihar बड़े आकार में होने की वजह से प्रदेश के 16 जिलों के करीब 336 बालू घाटों कह ई-नीलामी अब तक नहीं हो पाई है। अब खान एवं भू-तत्व विभाग ने निर्णय लिया है कि इन बड़े घाटों को छोटा कर नए सिरे से पर्यावरण अनुमति प्राप्त कर इनकी नीलामी कराई जाएगी।
बालू खनन, परिवहन और भंडारण की नई नियमावली लागू होने के बाद विभाग ने नए बने घाटों की ई-नीलामी से पहले पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त करने के लिए एजेंसी नियुक्त करेगी या फिर पदाधिकारी को इस कार्य के लिए प्राधिकृत करेगी।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, घाटों से खनन जल्द शुरू हो सके इसके लिए सबसे पहले ई-नीलामी इसके बाद पर्यावरणीय मंजूरी की प्रक्रिया होती थी। इस प्रक्रिया में काफी वक्त लगता था। जिससे निपटने के लिए विभाग ने एजेंसी या अधिकारी को प्राधिकृत करने का निर्णय लिया है।
संभावना जताई गई है कि इस कार्य को प्राथमिकता में पूरा किया जाएगा ताकि एक तय सीमा में बड़े घाटों का आकार छोटा कर नए सिरे से ई-नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जा सके।
190 घाटों से बालू खनन शुरू
जानकारी के अनुसार, 16 अक्टूबर से पटना सहित प्रदेश के डेढ़ दर्जन जिलों के 190 घाटों से बालू खनन शुरू हुआ है। जबकि 27 घाट ऐसे हैं जहां से खनन प्रारंभ करने की प्रक्रिया चल रही है। विभाग की ओर से संभावना जताई गई है कि अगले महीने यानी नवंबर तक 217 बालू घाटों से खनन शुरू हो जाएगा।विभाग ने जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बालू खनन का प्रतिदिन का अपडेट प्रतिदिन विभाग को मुहैया कराएं ताकि खनन की अद्यतन जानकारी विभाग के पास उपलब्ध रहे।
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