Nitish Kumar: क्या नीतीश कुमार बना रहे पशुपति पारस से दूरी? RLJP को नहीं मिला NDA मीटिंग का बुलावा
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर हुई एनडीए की बैठक में रालोजपा को न्योता नहीं भेजा गया लेकिन पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एनडीए के साथ बने रहने का फैसला किया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि रालोजपा एनडीए का महत्वपूर्ण हिस्सा है और वे इस अनदेखी के बावजूद गठबंधन में बने रहेंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तैयारियों को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई एनडीए की बैठक में भले ही राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) को बुलावा नहीं आया, लेकिन रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस (Pashupati Paras) अब भी एनडीए के साथ हैं।
जिस समय एनडीए की बैठक चल रही है उसी समय पारस पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह समेत अन्य नेताओं के साथ बैठक कर भावी रणनीति तय करने में जुटे थे।
'हम एनडीए के साथ हैं'
रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया कि बैठक में पशुपति पारस और सूरजभान सिंह के नेतृत्व में निर्णय लिया गया कि रालोजपा एनडीए के साथ बनी रहेगी। हमलोग पूरी इमानदारी से एनडीए का अपने आप को महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए की बैठक में आमंत्रित नहीं किए जाने के निर्णय को पार्टी ने काफी गंभीरता से लिया है। इतनी बड़ी अनदेखी के बाद भी हमलोग एनडीए में अभी तक बने हुए हैं और इन सभी बातों को लेकर पशुपति पारस और पार्टी के शीर्ष नेता एनडीए के शीर्ष नेताओं से मिलकर सभी बातों को रखेंगे।
'हमारी पार्टी को नहीं बुलाना आश्चर्यजनक'
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एनडीए की बैठक में हमारी पार्टी को नहीं बुलाना बेहद ही आश्चर्यजनक है। उन्होंने बताया कि रालोजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह के आवास पर आयोजित कोर कमिटी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज, पूर्व सांसद चंदन सिंह भी मौजूद थे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि छठ पूजा के बाद पार्टी बिहार कप्सभी 243 सीटों पर अपने संगठन को पूरी तरह से मजबूत करेगी। नवंबर में पटना में पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन होगा।जिला और पंचायत स्तर पर भी हो एनडीए की बैठक : संतोष सुमन
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई एनडीए की बैठक को सार्थक और सफल बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि एनडीए की ऐसी बैठकें जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर भी होनी चाहिए। चुनाव में भी दल के बजाय एनडीए प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ना चाहिए, ताकि मतदाताओं में कोई भ्रम न रहे।
उन्होंने कहा कि विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव में विपक्षी महागठबंधन का सूपड़ा साफ होगा। एनडीए के सभी घटक दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 के चुनाव में बिहार विधान सभा की 243 में से 225 सीटों पर जनता का आशीर्वाद पाने का लक्ष्य रखा है।केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बैठक में शामिल न होने के सवाल पर संतोष ने कहा कि उनका सुबह आठ बजे आने का कार्यक्रम था मगर आखिरी वक्त में महत्वपूर्ण विभागीय बैठक होने के कारण वह नहीं आ सकें। उन्होंने बताया कि बैठक में मेरे साथ पार्टी के सभी विधायक और राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए।
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