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Elevated Road: पटना में दो दर्जन मकानों पर लगा निशान, अब उन्हें तोड़ने की तैयारी; एलिवेटेड रोड को लेकर आया अपडेट

Patna News पटना के अनीसाबाद से फुलवारी शरीफ और एम्स गोलंबर तक बनने वाले एलिवेटेड रोड के लिए डीमार्केशन का काम शुरू हो गया है। पहले दिन करीब दो दर्जन मकानों को तोड़ने का निशान लगाया गया है। इस प्रोजेक्ट से शहर को जाम से निजात मिलने की उम्मीद है। पटना वासियों को इस एलिवेटेड सड़क से काफी फायदा होने वाला है।

By Naki Imam(Phulwari) Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 03 Nov 2024 11:02 AM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए पटना के अनीसाबाद से फुलवारी शरीफ और एम्स गोलंबर तक बनने वाले एलिवेटेड सड़क व पुल के लिए शनिवार से डीमार्केशन का काम शुरू हो गया। पहले दिन करीब दो दर्जन मकान तोड़ने का निशान लगाया गया है।

निशान लगाने के साथ लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई है। जिन्होंने सड़क किनारे सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर रखा है, उनके बीच हड़कंप मचा हुआ है।

मापी और डीमार्केशन का काम अंतिम चरण में

अनीसाबाद से फुलवारी शरीफ और खगौल रोड एवं एम्स गोलंबर भूसौला दानापुर तक सड़क के दोनों तरफ काफी जमीन सरकार की है, लेकिन लोगों ने कच्चा-पक्का घर निर्माण कर वर्षों से अतिक्रमण कर रखा है। अवैध तरीके से निर्माण किए गए स्थल का पहले भी मापी हो चुकी है। शनिवार से मापी और डीमार्केशन का काम अंतिम चरण में होने वाला है।

अब तेजी से एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू होने वाला है। वहीं, अनीसाबाद गोलम्बर से आगे सड़क के किनारे बने मकान और मार्केट वालों के बीच बेचैनी पैदा हो गई है।

बेलागंज की खराब सड़कों पर हिचकोले खा रही जदयू की प्रचार गाड़ी

उधर, गया जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में 34 साल बनाम 19 साल पर बहस है। इस सीट पर 1990 से राजद और पूर्ववर्ती जनता दल की जीत होती रही है। सत्तारूढ़ जदयू और पूर्ववर्ती समता पार्टी को यहां कभी जीत नहीं मिली। जदयू उप चुनाव को इसबार नहीं तो कभी नहीं की भावना से लड़ रहा है।

कार्यकर्ता, दल के पदाधिकारी, विधायक, सांसद और मंत्री सब जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी की जीत के लिए लगे हुए हैं। ताज्जुब की बात यह है कि जदयू की प्रचार गाड़ी खराब ग्रामीण सड़कों पर हिचकोले खा रही है।

किसान सिंचाई के कम साधनों की शिकायत कर रहे हैं तो आम उपभोक्ताओं का रोना है कि उनके लिए दी गई बिजली का उपयोग सिंचाई में हो जाता है।

नतीजा, ट्रांसफार्मर जवाब दे देता है। बेलागंज में जदयू के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी स्वीकार करते हैं कि क्षेत्र की ग्रामीण सड़़कें खराब हैं। बीच चुनाव में ही ग्रामीण कार्य विभाग के एक कार्यपालक अभियंता को हटाया गया है। हटाने की अनुशंसा जिलाधिकारी ने की थी।

जदयू की प्रचार टीम में शामिल नेता-कार्यकर्ता क्षेत्र की बदहाली के लिए 34 साल से चुनाव जीत रहे राजद विधायक को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। राजद विधायक सुरेंद्र यादव अब जहानाबाद के सांसद हैं। उनके सांसद चुने जाने के कारण ही उप चुनाव हो रहा है। उनके पुत्र विश्वनाथ कुमार सिंह राजद के उम्मीदवार हैं।

वोटरों को जदयू की ओर से कहा जा रहा है कि 34 साल आपने एक दल को अवसर दिया है। उप चुनाव में वोट देकर साल भर का समय हमारी पार्टी को दीजिए। फर्क महसूस नहीं हुआ तो आम चुनाव में वोट नहीं दीजिएगा।

डॉ. चौधरी का आरोप है कि इस क्षेत्र में ग्रामीण कार्य विभाग का ठेका भी सुरेंद्र यादव के पास ही रहता आया है। उप चुनाव के बाद धांधली की विस्तृत जांच होगी।

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