Bihar Teacher Appointment: सक्षमता पास शिक्षकों के लिए खुशखबरी, CM नीतीश कुमार इस दिन देंगे नियुक्ति पत्र
20 नवंबर को बिहार में एक लाख 40 हजार से अधिक सक्षमता पास शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी पटना में 200 से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद ये सभी शिक्षक विशिष्ट अध्यापक कहलाएंगे और इन्हें बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों की तरह वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher News राज्य में सक्षमता पास एक लाख 40 हजार शिक्षकों, जिनकी काउंसलिंग हो चुकी है, को 20 नवंबर को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। यह नियुक्ति पत्र सभी जिलों में प्रखंड स्तर पर संबंधित शिक्षकों को मिलेंगे। उस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में दो सौ से अधिक सक्षमता पास शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
संबंधित शिक्षकों को उनके सरकारी कर्मी का दर्जा दिए जाने को लेकर नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इसके पश्चात ये सभी शिक्षक विशिष्ट अध्यापक कहलाएंगे। इस जानकारी से राज्य के सक्षमता पास शिक्षकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।
किसे-किसे नियुक्ति पत्र देंगे नीतीश कुमार?
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के हाथों किन-किन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिलेगा, इसका चयन शिक्षा विभाग के स्तर से शीघ्र किया जाएगा। इसके बाद ऐसे शिक्षकों को नियुक्ति पत्र ग्रहण करने के लिए विभाग की ओर से विधिवत सूचना दी जाएगी।पदस्थापन से पहले सक्षमता पास जिन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दी जाएगी, वे सारे विशिष्ट अध्यापक बनेंगे ही। साथ ही, इन्हें बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों की तर्ज पर वेतनमान और अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। नियुक्ति पत्र वितरण की तैयारियों को लेकर विभाग की ओर से सभी जिलों को दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है।
सक्षमता पास शिक्षकों के नाम व आधार की त्रुटि सुधार में सुस्ती पर फटकार
शिक्षा विभाग ने सक्षमता पास जिन शिक्षकों के नाम, आधार संख्या आदि में त्रुटि सुधार में सुस्ती पर संबंधित पदाधिकारियों को फटकार लगायी है। विभागीय समीक्षा में यह बात सामने आई है कि सक्षमता पास शिक्षकों में जिनके नाम व आधार संख्या आदि में त्रुटि रह गई है, उसमें सुधार की सुस्त प्रक्रिया बेहद सुस्त है। इस कार्य में जिन पदाधिकारियों को जिम्मेवारी दी गई है, उनके कार्य संस्कृति के प्रति विभाग ने नाराजगी जतायी है।शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य के 22 जिले ऐसे हैं, जहां 50 प्रतिशत शिक्षकों के भी नाम, आधार आदि की त्रुटि में सुधार नहीं किया जा सका है। इनमें मुंगेर, सीतामढ़ी, भोजपुर, अरवल, कैमूर, अररिया, सारण, मधेपुरा, पटना, जहानाबाद, सुपौल, बेगूसराय, सहरसा, जमुई, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णियां, किशनगंज, गोपालगंज, मधुबनी सीवान और बक्सर जिले शामिल है।शिक्षा विभाग ने संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि काउंसलिंग के दौरान दस हजार 458 शिक्षकों के नाम, आधार संख्या, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर का मिलान नहीं हो पाया था। इस कारण इन शिक्षकों की काउंसलिंग नहीं हो सकी। इसके बाद विभाग ने ऐसे शिक्षकों को जिलों में आवेदन देकर सुधार करने का अवसर दिया। आवेदन जिला शिक्षा पदाधिकारी को देना था, जिसके बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पोर्टल पर दर्ज नाम-आधार संख्या में सुधार करना था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।