बच्चों ने बाघ-शेर को बताया अपना प्रिय वन्य जीव
पटना। वन्य प्राणी सप्ताह के तीसरे दिन स्थल लेख प्रतियोगिता में राजधानी के विभिन्न स्कूलों के 7
By Edited By: Updated: Mon, 05 Oct 2015 11:48 AM (IST)
पटना। वन्य प्राणी सप्ताह के तीसरे दिन स्थल लेख प्रतियोगिता में राजधानी के विभिन्न स्कूलों के 710 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। ग्रुप 'ए' में शामिल शामिल कक्षा चार से छह तक के बच्चे 'मेरे प्रिय वन्य जीव' विषय पर लेख लिखा। सबसे अधिक बाघ और शेर को अपना प्रिय वन्य जीव बताकर लेख लिखा है।
जंगलों से कटने से बाघों पर खतरे की तरफ भी बच्चों ने अपनी लेख के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराया है। ग्रुप 'बी' ग्रुप में कक्षा सात से नौ तक के बच्चे भाग लिए। 'मेरे विचार में संजय गांधी जैविक उद्यान' विषय पर बच्चों ने लेख लिखा। कई ने उद्यान के जानवरों को भोजन देने, कई सफाई पर बल देने, कई और वन्य प्राणियों को लाने, कई ने शेर, बाघ, जिर्राफ, गैंडा के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। ग्रुप 'सी' में कक्षा दस से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। जैव विविधता के संरक्षण विषय पर विस्तार से अपने लेख के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराया है। पर्यावरण संतुलन के बिगड़ने पर सभी ने फोकस किया है। जंगल के कटने से वन्य प्राणियों पर उत्पन्न खतरा से मनुष्य के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बारिश समय पर नहीं हो रही है। मनुष्य को स्वच्छ वातावरण के लिए जंगल जानवर, पेड़-पौधे को रहना बच्चों ने आवश्यक बताया है। ------ फोटोग्राफी प्रतियोगिता में 88 ने लिया भाग
पटना। संजय गांधी जैविक उद्यान में समान्य लोगों के लिए स्थल फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। 88 लोगों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। सभी अच्छी तस्वीर कैद करने के लिए वन्य प्राणियों के पीछे दौड़ लगाते रहे। नुक्कड़ नाटक कर वन्य जीवों को बचाने का संदेश
पटना। वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान संजय गांधी जैविक उद्यान में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। रविवार को पांच स्कूलों ने भाग लिया। नुक्कड़ नाटक वन्य प्राणियों पर आधारित रहा। बच्चों ने जंगल और वन्य प्राणियों को बचाने की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया। संत जेवियर पब्लिक स्कूल, प्रेम मिशन स्कूल, संत पेट्रिक एकेडमी, केंद्रीय विद्यालय दानापुर, वायसीस स्कूल के बच्चों ने भाग लिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।