तेज वज्रपात के बाद फट गई धरती, जिंदा दफन होने से बचे दर्जनों लोग
पटना के बिहटा स्थित एक गांव में धरती फटने से दहशत का माहौल है। ग्रामीण इलाके से पलायन कर गए हैं। बारिश व वज्रपात के बाद तेज आवाज के साथ दो किमी तक धरती फट गई।
By Amit AlokEdited By: Updated: Wed, 22 Jun 2016 10:35 PM (IST)
पटना [वेब डेस्क]। बिहार में मानसून की पहली बारिश कहर बनकर टूटी। इसने राज्य में 57 लोगों की मौत हो गई। तेज आंधी व बारिश के बीच पटना के बिहटा स्थित कौड़िया गांव मे करीब दो किलोमीटर तक धरती फट गई। शुक्र है कि हादसा देर रात आबादी वाले इलाके से दूर हुआ, अन्यथा दर्जनों लोग इसकी चपेट में आ सकते थे। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
गड़गड़ाहट के साथ फट गई धरती स्थानीय लोगों ने बताया कि भारी बारिश व वज्रपात के बीच लोग अपने घरों में दुबके थे। इसी दौरान देर रात जोर की गड़गड़ाहट हुई। लोगों ने इसे वज्रपात ही समझा। आज सुबह लोगों ने देखा कि करीब दो किलोमीटर तक धरती फटी हुई थी। धरती काफी गहराई मे फटी है। आबादी से दूर हुआ हादसा, दहशत लोगों ने बताया कि रात में जहां धरती फटी, वहां आबादी नहीं है। अगर दुर्घटना दिन में होती तो उस जगह दर्जनों लोग होते, जो जिंदा दफन हो सकते थे। आबादी वाले इलाके में ऐसा होता तो यह आंकड़ा और अधिक होता। घटना के बाद दहशतजदा ग्रामीणों ने इलाका छोड़ दिया है।बेगूसराय में भी फट चुकी धरती
स्थानीय लोगों को आशंका है कि तेज वज्रपात के कारण ऐसा हुआ। उनके अनुसार ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। हालांकि, इससे पहले भी बिहार के बेगूसराय के लाखो थाना क्षेत्र स्थित मंझलापुर गांव में एक फीट चौड़ी और आधा किलोमीटर लंबाई तक धरती फटी थी।
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