Move to Jagran APP

Result scam : आखिर मिल ही गई रूबी राय की होम साइंस की कॉपी

रिजल्ट घोटाले के गड़बड़झाले में गुम हुई रूबी राय की होमसाइंस की कॉपी मिल गई। बिहार बोर्ड ने कल कहा था कि उसकी होम साइंस की कॉपी आई ही नहीं थी।

By Kajal KumariEdited By: Updated: Fri, 01 Jul 2016 07:27 PM (IST)
Hero Image

पटना [वेब डेस्क]। रिजल्ट घोटाले में चल रहे गड़बड़ झाले के बाद अाखिरकार आर्ट्स टॉपर रूबी राय की गुम हुई होम साइंस की कॉपी मिल ही गई। उसकी गुम हुई कॉपी राजेन्द्रनगर बालक विद्यालय के मूल्याकन केंद्र पर मिली है। पहले बताया गया था कि यह बोर्ड के स्ट्रॉंग रूम में है।

रिजल्ट घोटाले मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बिहार बोर्ड से रूबी राय की होमसाइंस की कापी मांगी थी लेकिन बोर्ड की ओर से कहा गया था कि उसे रूबी राय की होम साइंस की कॉपी मिली ही नहीं थी। अब उसकी कॉपी मिलने के बाद एसअाईटी उसके फाइनल रिजल्ट में मिले अंक से उसका मिलान करेगी ।उधर कॉपी मिल जाने के बाद एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि देर से कॉपी मिलने के मामले की जांच भी कराई जाएगी।

कल बोर्ड ने कहा था कि कॉपी मिली ही नहीं

पहले हुई जांच का हवाला देते हुए बोर्ड की ओर से कहा गया कि एसआइटी की टीम को इस बारे में 25 दिन पहले ही सूचित कर दिया गया था। वैसे कॉपी कहां है इस बारे में जांच हो रही है और गहन जांच के उपरांत ही बोर्ड रूबी की होम साइंस की कॉपी के बारे में कुछ बता पाएगा।

पढ़ें: रिजल्ट घोटालाः पापा गए जेल, अब बेटी के नाम का इस्तेहार चस्पा

बिहार विद्यालय के परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि बोर्ड द्वारा रूबी की कॉपियों की जांच कराई गई थी। उसमें से होम साइंस की कॉपी नहीं मिली थी। इस जांच की जिम्मेदारी बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा को सौंपी गई थी। सचिव ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रूबी राय की होम साइंस की कॉपी बोर्ड को नहीं मिली है। इसकी सूचना पहले ही एसआइटी को दे दी गई थी।

एसआइटी अपनी जांच में रूबी राय की कॉपियों की भी जांच करेगी। उधर बोर्ड में कॉपी नहीं होने की जानकारी के बाद चर्चा इसी मुद्दे पर होती रही कि आखिर रूबी की होम साइंस की कॉपी कहां गई? इस बारे में कोई लालकेश्वर प्रसाद पर तो कुछ लोग बच्चा राय पर संदेह जताते रहे।

पढ़ेंः रिजल्ट घोटाला: खुली जन्मपत्री, नाबालिग निकली फर्जी टॉपर रूबी राय

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।