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'लव जिहाद' की शिकार पीड़िता ने जब कोर्ट में सुनाई अपनी दर्द भरी दास्तान...

पटना में लव जिहाद के मामले में धर्म परिवर्तन करा लड़की को फंसाकर उसे दुष्कर्म किया गया। उसे शारीरिक-मानसिक प्रताड़ना दी गई। कल पीड़िता ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया है।

By Kajal KumariEdited By: Updated: Wed, 15 Jun 2016 06:10 PM (IST)

पटना [जेएनएन]। 'लव जिहाद' मामले में फंसी कोलकाता की युवती ने मंगलवार को न्यायिक दंडाधिकारी रागिनी कुमारी के समक्ष कोर्ट में धारा164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया। इसके बाद न्यायिक दंडाधिकारी सुचित्रा सिंह की अदालत में युवती ने अपने माता-पिता के साथ जाने की इच्छा जाहिर की।

पिता द्वारा कोर्ट में बुलाए जाने पर पेश होने की बात पर अदालत ने पीडि़ता को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया। बयान दर्ज कराने के बाद पुलिस पीडि़ता को मेडिकल जांच कराने के लिये पीएमसीएच ले गई।

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चैटिंग से शुरू हुई थी दोस्ती

पीड़िता द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार अप्रैल 2015 में आरोपी आसिफ के साथ उसकी चैटिंग शुरू हुई। आसिफ के बुलाने पर पीडि़ता अगस्त 2015 में कोलकाता से पटना आई।

पटना में इस बीच 2-3 बार पीडि़ता आसिफ से मिली। इस दौरान आसिफ उसे मीठापुर बस स्टैंड के पास स्थित एक होटल में ले गया। वहां आसिफ ने उसे कोलड्रिंक्स में नशीला पदार्थ मिला दिया और वह बेहोश हो गई। होश आने पर उसने खुद को आसिफ के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाया। आसिफ ने उसे धमकाया कि तुम्हारा अश्लील वीडियो बना लिया है, अगर तुम मुझसे नहीं मिलेगी तो इसे इंटरनेट पर डाल दूंगा।

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धमकी देकर बुलवाता था पटना

28 जनवरी 2016 को आसिफ ने धमकी देकर पीडि़ता से कहा कि मेरा चचेरा भाई दानिश आलम कोलकाता जा रहा है, तुम उसके साथ पटना आ जाओ। पटना में आसिफ ने पीडि़ता को पटना कॉलेज के सामने नारायण अपार्टमेंट के अनम गर्ल्स लॉज में ठहराया। इसके बाद आशिफ उसे डरा-धमकाकर जहां-तहां बुलाता रहता।

फरवरी 2016 को आसिफ ने पीडि़ता के साथ कथित विवाह किया और उसे नाफिस कॉलोनी एक मकान में रखा, जिसके मालिक का नाम कमल है। आसिफ पीडि़ता के साथ प्रतिदिन दुष्कर्म करने लगा। इसी बीच वह गर्भवती हो गई।

जबरन कराया गर्भपात, धर्म परिवर्तन

एक दिन आसिफ उसके पास आया और बोला- मेरी मम्मी, भाई रिजवी आलम और फैज आलम बोल रहे हैं बच्चा गिरा दो। जब लड़की इस्लाम धर्म कबूल कर लेगी तो निकाह करा दिया जाएगा।

जब मैं नहीं मानी तब आशिफ ने 27 मार्च 2016 को अपना घर फुलवारीशरीफ ले गया। जहां आसिफ के घर में मौजूद रिजवी और फैज ने उसे जलील किया। रात में जबरदस्ती सभी ने उसे विभूति प्रसन्ना के यहां भेज दिया। विभूति प्रसन्ना के घर में रिजवी, फैज और विभूति ने जबरदस्ती और मारपीट की। उसे इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया।

मदरसे में सिखाया गया इस्लामी रीति-रिवाज

इसके बाद मुझे फुलवारीशरीफ के हसन कॉलोनी के सेक्टर-1 स्थित अईमा मदरसा में ले जाया गया। जहां फिर से उसे इस्लाम कबूल करने व इस्लाम के कायदे सीखने के लिए रखा गया। मदरसे में उसे 26 दिनों तक कैद कर रखा गया। जब वह मदरसे में काफी शोर मचाने लगी तो उसे आशिफ के घर ले जाया गया। वहां आशिफ की मां ने उसे काफी पीटा और फिर विभूति के घर भेज दिया।


नशे की हालत में की बयान की रिकार्डिंग

वहां सभी ने मिलकर उसे जबरदस्ती दवा खिलाई, जिससे वह बेहोश हो गई। उससे नशे की हालत में कुछ बुलवाया गया और उसे रिकॉर्ड कर लिया गया। इसके बाद पीडि़ता की मां को बुलाकर उसे उन्हीं के हवाले कर दिया गया। हम लोगों को आसिफ खुद हावड़ा स्टेशन छोड़ आया।

माता-पिता ने कहा-

वहीं पीडि़ता के माता-पिता ने कहा कि मेरी बेटी बीकॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। उसे बहलाकर पटना बुलाया गया और धर्म परिवर्तन करा कई महीनों तक बंधक बना दुष्कर्म किया गया। हम लोग दूसरे प्रदेश के हैं। मुझे विश्वास है कि यहां की सरकार मेरी बेटी को न्याय दिलाएगी। जबकि पीडि़ता के वकील सुस्मिता सिंह ने कहा कि हमलोग पीडि़ा को न्याय दिलाकर रहेंगे।

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