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... तो इसलिए 'खास' है बिहार का यह लालू परिवार, जानिए

लालू यादव का परिवार एक ऐसा परिवार है जिसके सभी सदस्य राजनीति से जुड़े हुए हैं। चाहे बेटा हो या बेटी सभी सक्रिय राजनीति में शामिल हैं।

By Ravi RanjanEdited By: Updated: Tue, 16 May 2017 10:52 PM (IST)
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... तो इसलिए 'खास' है बिहार का यह लालू परिवार, जानिए
पटना [जेएनएन]। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का परिवार बिहार का अकेला ऐसा परिवार है, जिसके सभी सदस्य राजनीति में हैं। और राजनेताओं के परिवार के सदस्य भी राजनीति में हैं, लेकिन पत्नी से लेकर बेटे-बेटियों तक सभी राजनीति में हों, ऐसा नहीं है। लालू के दो बेटे मंत्री तथा एक बेटी राज्यसभा सांसद हैं। लगभग सभी बेटियों के ससुराल का भी राजनीतिक बैकग्राउंड है।

11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज में लालू यादव का जन्म हुआ था। उन्होंने जयप्रकाश नारायण द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में शामिल होकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 29 वर्ष की आयु में ही वे लोकसभा के लिए चुन लिए गए। 

लालू 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। बाद में उन्हें 2004 से 2009 तक केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में रेल मन्त्री का कार्यभार सौंपा गया। जबकि वे 15वीं लोक सभा में सारण (बिहार) से सांसद थे उन्हें बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में रांची स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत ने पांच साल कारावास की सजा सुनाई गई। फिलहाल वे चुनाव नहीं लड़ सकते हैं लेकिन राजनीति में अभी भी सक्रिय हैं। 

लालू यादव का उदय पिछड़ों के नेता के रूप में हुआ था। फर्श से अर्श पर पहुंचे लालू यादव ने न सिर्फ खुद भारतीय राजनीति में अपनी पहचान बनायी बल्कि अपने परिवार को भी राजनीति में स्थापित करने का काम किया।

चारा घोटाले मामले में लालू यादव जब जेल जाने लगे तब 25 जुलाई 1997 को उन्‍होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था। राबड़ी देवी तीन बार बिहार की मुख्यमंत्री बनी। साथ ही स्वतंत्र भारत के इतिहास में राबड़ी देवी पहली महिला थीं, बिहार की सीएम बनी।

उनका पहला कार्यकाल सिर्फ़ 2 साल का रहा जो 25 जुलाई 1997  से 11 फरवरी 1999 तक चल सका। दूसरे और तीसरे कार्यकाल में उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर अपना पाँच साल का कार्यकाल पूरा किया। उनके दूसरे और तीसरे कार्यकाल की अवधि क्रमशः सन् 09 मार्च1999 से  2 मार्च 2000 और 11 मार्च 2000 से 06 मार्च 2005 तक रहा।

पत्नी को राजन‍ीति में स्‍थापित करने के बाद लालू यादव अपने बच्‍चों को राजनीति में स्थापित करने में लग गये। उन्‍होंने अपने बेटे और बेटी दोनों को राजनीति में लाने का काम किया लेकिन उत्‍तराधिकारी अपने बेटे को बनाया है। उनकी बड़ी बेटी का नाम मीसा भारती है। ये वर्तमान में राज्यहसभा सांसद हें। इनकी शादी वर्ष 1999 में शैलेष से हुई थी, जो इंजीनियर हैं और icici और इंफोसिस में काम कर चुके हैं। इनकी दो बेटियां दुर्गा व गौरी और एक बेटा है। 

लालू यादव की दूसरी बेटी का नाम है रोहिनी देवी। इनकी शादी वर्ष 2002 में बिहार के औरंगाबाद के दाउदनगर में राव रणविजय सिंह के बेटे राव समरेश सिंह से की गई जो कि एक कम्प्यूटर इंजीनियर हैं।  

लालू की तीसरी पुत्री का नाम चंदा यादव है। इनकी शादी वर्ष 2006 में विक्रम सिंह से हुई, जो इंडियन एयरलाइन्स  में पायलट हैं। चंदा की शादी लालू यादव ने अपने दिल्ली आवास से की थी। 

रागिनी यादव लालू यादव की चौथी संतान हैं। इनकी शादी 2012 में राहुल यादव से हुई। राहुल यादव समाजवादी पार्टी के नेता जितेंद्र यादव के बेटे हैं। जितेंद्र यादव कुछ समय के लिए कांग्रेस में शामिल हो गये थे लेकिन फिर वापस सपा में आ गये। 

लालू यादव की पांचवी बेटी का नाम हेमा यादव है जिनकी शादी दिल्ली के एक राजनीतिक परिवार में विनित यादव से हुई है। विनित यादव सक्रिय राजनीति में शामिल हैं। 

लालू यादव की छठी बेटी का नाम धन्नु उर्फ अनुष्का राव है जिनकी शादी हरियाणा सरकार में मंत्री रहे अजय सिंह यादव के बेटे चिरंजीवी राव के साथ हुई।

लालू यादव की सबसे छोटी बेटी हैं राजलक्ष्मी यादव। इनकी शादी सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव से हुई है जो फिलहाल लोकसभा सांसद हैं। 

तेजप्रताप यादव लालू यादव के बड़े पुत्र और छठे संतान हैं। ये बिहार के महुआ से विधायक हैं और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री हैं। 

इसके बाद लालू यादव के सबसे छोटे संतान तेजस्वी यादव हैं जो बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं और राघोपुर से विधायक हैं। ये अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए पार्टी को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में ये अपने संयमित भाषा से विरोधियों के हमलों का जवाब देते हैं। 

फिलहाल लालू के कुनबे पर सुशील मोदी लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। बड़ी बेटी मीसा भारती पर करोड़ी की जमीन कौड़ियों के भाव खरीदने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि मीसा ने अपने पति शैलेश कुमार के साथ मिलकर मुखौटा कंपनियों के जरिये जमीन खरीदीं। 

वहीं लालू परिवार पर मिट्टी घोटोल का आरोप लगा है। आरोप के मुताबिक राजधानी पटना के सगुना मोड़ के पास बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा है। इस मॉल का मालिकाना हक डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पास है।

इस कंपनी के डायरेक्ट्र लालू यादव के बेटे तेजप्रताप, तेजस्वीै और बेटी चंदा यादव है। आरोप है कि मॉल की मिट्टी को पर्यावरण विभाग एवं वन विभाग ने बिना टेंडर निकाले ही 90 लाख रूपये में खरीद लिया। यह मंत्रालय फिलहाल तेजप्रताप यादव के अधीन है। 

तेजस्वी यादव पर दिल्ली में 115 करोड़ की बेनामी संपत्ति का आरोप लगा है। यह भी आरोप लगा है कि आखिर क्यों मुंबई के 5 हीरा व्यापारियों ने बिना ब्याज के पांच करोड़ रुपये केबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को लोन दिया और क्यों कुछ सालों के बाद एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने अपनी कंपनी के सारे शेयर लालू के परिवार वालों के नाम कर दिए?

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सुशील मोदी ने दावा किया कि केबी एक्सपोर्ट्स की इमारत जिस जमीन पर बनी है, उसी पते पर लालू के विश्वासपात्र और आरजेडी सांसद प्रेम गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड भी रजिस्टर्ड है। 

16 मई 2107 को लालू यादव के दिल्‍ली और बिहार के 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी हुई है। इसके बाद लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि वे किसी से डरने वाले नहीं हैं।

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