Result Scam : फुल मार्क्स 50, नंबर दे दिए गए 51, बात में की लीपापोती
रिजल्ट घोटाले की जांच में खुलासा हुआ है कि मूल्यांकन के दौरान चूक हो गई और एक टॉपर को एक विषय में पूर्णांक 50 होने के बावजूद 51 नंबर दे दिया गया।
By Kajal KumariEdited By: Updated: Mon, 13 Jun 2016 11:03 PM (IST)
पटना [जेएनएन] । रिजल्ट घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई चौंकाने वाली जानकारी मिल रही है। कहा जा रहा है कि बच्चा राय और लालकेश्वर ने परीक्षा के पूर्व ही टॉपरों की लिस्ट तैयार कर ली थी। टॉपर के डेस्क स्लिप के क्रमांक में उलट फेर किया गया था।
मूल्यांकन केन्द्र पर टॉपर की कॉपी में नंबर बढ़ाने के लिए परीक्षक का नाम लालकेश्वर के करीबी अजीत कुमार और प्रिंसिपल विश्वेश्वर ने तय किए। लेकिन, मूल्यांकन के दौरान चूक हो गई और एक टॉपर को एक विषय में पूर्णांक 50 होने के बावजूद 51 नंबर दे दिया गया। आइटी विभाग जब फाइनल रिजल्ट अपडोड करने लगा तब गड़बड़ी पकड़ में आई। तब टॉपर की कॉपी में नंबर सही करने में लीपापोती की गई।पढ़ेंः Result Scam: Ex JDU MLA ऊषा सिन्हा की डिग्रियां भी जाली, ... आठ साल में कर गई थीं मैट्रिक
बोर्ड से भेजे गए निरीक्षक सूत्रों के मुताबिक पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद के लिए आइटी से लेकर बोर्ड के क्लर्क और एक दर्जन स्कूलों केअध्यापक काम करते थे। सूत्रों के मुताबिक टॉपर की कॉपी जांच के लिए जिन परीक्षकों के पास भेजी गई वे लालकेश्वर के टच में थे।
राजेन्द्र नगर में बने मूल्यांकन केन्द्र पर कॉपी की जांच को संबंधित विषय के अध्यापक की जगह बोर्ड के कुछ क्लर्क और अध्यापकों को भेजा गया था। इस बात की जानकारी बच्चा राय से लेकर अजीत और संजीव झा को पहले से थी।घर में मिला उत्तर पुस्तिकाओं का विवरण एसआइटी ने ने रविवार को छापेमारी कर पटना कॉलेज में संविदा पर तैनात अध्यापक और लालकेश्वर के काले कारनामों का लेखा जोखा रखने वाले अजीत के घर से कई अहम दस्तावेज बरामद किए। एसआइटी की पूछताछ के बाद और उसके घर में मिले दस्तावेज से साफ हो गया कि लालकेश्वर काम का ठेका लेता था और पास कराने से लेकर केन्द्र पर परीक्षक की तैनाती का जिम्मा अजीत का था।पढ़ेंः Result Scam: CM नीतीश ने कसी तंज, कहा-तरह-तरह के नटवरवाल हैं समाज मेंअजीत के घर पुलिस को नेहा रानी का रोल नम्बर, कॉपी कोड मिला है जबकि आट्र्स की छात्रा प्रेमलता कुमारी का रॉल नम्बर, वर्ष 2015 का प्रवेश पत्र फोटो कॉपी, प्रेमलता की पंजीयन संख्या, मेमो कोड संख्या, केन्द्र का नाम और कॉपी कोड मिला है।धर्मेन्द्र मिस्त्री के बेटे से जुड़े दस्तावेज भी मिले है। अजीत के घर पर उत्तर पुस्तिकाओं का ऐसा विवरण मिला है जिसमें इन तीनों छात्रों के अलावा कई छात्रों का रोल नम्बर और नाम व पते मिले हैं। यहां तक की विषय का कोड भी अजीत के घर में मिला।पढ़ेंः Result Scam: घोटालेबाजों को आमने-सामने बैठाकर होगी पूछताछ मूल्यांकन केन्द्र को भेजी गई थी लिस्टअजीत के घर छापेमारी के दौरान एसआइटी को मिले साक्ष्य में कई मूल्यांकन केन्द्र को भेजी गई उत्तर पुस्तिकाओं का कोड मिला है। इन सभी की एक लिस्ट मिली है। लिस्ट में उत्तर पुस्तिका के आगे अभ्यर्थी का रोल नम्बर घेरा गया है।मिले हैं आइटी के कुछ कर्मी एसआइटी की जांच में यह साफ हो गया है कि बोर्ड में तैनात कुछ आइटी कर्मी भी लालकेश्वर के इशारे पर काम करते हैं। टॉपर घोटाले में जब टॉपर के फाइनल रिजल्ट पूर्णांक से अधिक प्राप्तांक नम्बर मिला फिर भी आइटी कर्मी ने यह नंबर अपलोड कर दिया। एसआइटी ने संकेत दिए हैं कि जांच के क्रम में आइटी सेक्शन के कर्मियों से भी पूछताछ होगी।
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