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बिहार में CM के खास प्रशांत किशोर से वरिष्ठ IAS नाराज, VRS का दिया प्रस्ताव

बिहार के 1983 बैच के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी सुधीर कुमार राकेश ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की है। मुख्य सचिव अंजनी कुमार से मुलाकात कर उन्होंने अपना प्रस्ताव सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि वे हालिया प्रशासनिक बदलाव से नाराज हैं।

By Amit AlokEdited By: Updated: Sun, 28 Feb 2016 11:04 PM (IST)
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पटना। बिहार के 1983 बैच के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी सुधीर कुमार राकेश ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की है। मुख्य सचिव अंजनी कुमार से मुलाकात कर उन्होंने अपना प्रस्ताव सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि वे हालिया प्रशासनिक बदलाव से नाराज हैं।

सुधीर कुमार राकेश फिलहाल सिविल एडिमिनिस्ट्रेशन और रूरल डेवलपमेंट मिशन के डायरेक्टर हैं। उनके पास पंचायती राज विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी का भी एडिशनल चार्ज है। सुधीर ने 31 अगस्त तक वीआरएस दिए जाने की मांग की है।

इस मामले में सुधीर कुमार राकेश ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से यह पेशकश की है। मुख्य सचिव से पूछने पर उन्होंने केवल इतना कहा कि राज्य सरकार मामले को देखेगी।

विदित हो कि बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तथा गृह सचिव रह चुके राकेश अगस्त 2017 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। वे प्रदेश में हाल में किए गए प्रशासनिक फेरबदल में अपनी वरीयता दरकिनार किए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के अगले पांच सालों के दौरान ‘सात निश्चय' को कार्यान्वित करने के लिए गठित बिहार विकास मिशन के निदेशक पद पर कनिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किए जाने के कारण बिहार में कई वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नाराज हैं, क्योंकि विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को मिशन के बैनर तले कार्य करना है।

प्रशांत किशोर व अतीश चंद्रा से है नाराजगी

सूत्र बताते हैं कि सुधीर कुमार राकेश की नाराजगी के पीछे प्रशांत किशोर और अतीश चंद्रा हैं। दोनों को ज्यादा तवज्जो दिए जाने और उनकी कथित दखलंदाजी से वे नाराज बताए जा रहे हैं। अतीश चंद्रा तो सुधीर से जूनियर हैं।

बिहार डेवलपमेंट मिशन प्रोग्राम को प्रशांत किशोर ही देख रहे हैं। इस सेक्शन के सभी अफसर प्रशांत को ही रिपोर्ट करते हैं। सूत्रों के मुताबिक खुद सीएम नीतीश चाहते हैं कि इस मिशन की मॉनिटरिंग प्रशांत करें।

कौन हैं प्रशांत किशोर?

- बिहार के मूल निवासी 37 वर्षीय प्रशांत किशोर यूएन के हेल्थ वर्कर रहे हैं। वे 2011 में भारत लौटने के बाद राजनीतिक दलों के रणनीतिकार बन गए।

- उन्होंने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर गुजरात में राजनीतिक कैम्पेन शुरू किया। 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैम्पेन की कमान अपने हाथों में ली।

- 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रशांत किशोर एनडीए के प्रधानमंत्री पद के प्रत्शयाी नरेंद्र मोदी के मुख्य रणनीतिकार रहे।

- बीते बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और जदयू की चुनावी रणनीति को आकार दिया।

- विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली अभूतपूर्व सफलता के बाद बिहार सरकार ने प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री का परामर्शी नियुक्त किया है। उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा प्राप्त है।

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