राजधानी दुर्घटना की जांच से रेल कर्मियों में हड़कंप
जागरण संवाददाता, छपरा : राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटना की जांच शुरू हो गई है। इसको लेकर संबंधित रेल कर्मियों में हड़कंप है। जांच में पटरी स्वत: टूटने का सबूत मिला तो इंजीनियरिंग विभाग के कर्मियों पर गाज गिरनी तय है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटना की जांच शुरू हो गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि राजधानी एक्सप्रेस कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुई। उधर, दुर्घटना की जांच शुरू होने के साथ ही संबंधित रेल कर्मियों में हड़कंप मच गया है। अभी तक तो केवल माओवादी घटना होने की बात रेलवे अधिकारी करते आ रहे थे, लेकिन जिला पुलिस जिस तरह से दावा कर रही है, अगर वह सही निकला तो इस मामले में इंजीनियरिंग विभाग के कई रेल कर्मी नप जाएंगे। सूत्रों के अनुसार रेलवे ट्रैक की देखरेख रेलवे की इंजीनियरिंग विभाग करता है। इसके लिए सहायक मंडल अभियंता, रेल पथ निरीक्षक, ट्रैक मैन को तैनात किया गया है। इनका कार्य प्रतिदिन रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करना है। स्लीपर व रेलवे पटरी को दुरूस्त करना इंजीनियरिंग विभाग का कार्य है। पीडब्लूआई को ट्रैक का निरीक्षण करने के लिए ट्राली व उसे चलाने के लिए ट्राली मैन भी मिले हैं। लेकिन इसमें जानबूझ कर कोताही बरती जाती है। सूत्रों की माने तो ट्रैकों की देखरेख के लिए जिन ट्रैक मैनों को तैनात किया जाता है, उसमें से अधिकांश ट्रैकमैनों को इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी अपने आवास व कार्यालय में रखते हैं। जिससे सही तरीके से ट्रैकों का निरीक्षण नहीं हो पाता है। अगर जांच रिपोर्ट में इस दुर्घटना का कारण ट्रैक टूटना सामने आता है तो कई रेल कर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है। इसको देखते हुए रेल कर्मियों के हाथ पांव फूलने लगे हैं।