Move to Jagran APP

पूरी पारदर्शिता से हो शिक्षक नियोजन : डीएम

By Edited By: Updated: Wed, 18 Jul 2012 11:44 PM (IST)

हाजीपुर कार्यालय, हाजीपुर

बिहार पहला ऐसा राज्य है जिसने एक बार में डेढ़ लाख शिक्षकों का नियोजन कर देश-दुनिया में प्रशंसा का पात्र बना था। बिहार में मिसाल कायम की थी। सभी के सहयोग से यह संभव हो सका था। फिर एक बार सभी को मिलकर शिक्षक नियोजन में मिसाल कायम करना है। सभी मिलकर पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शिता से शिक्षक नियोजन करें। नये सिरे से होने वाले शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया में सरकार ने काफी संशोधन किये हैं ताकि किसी स्तर पर गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहे। सभी से उनका अनुरोध होगा कि मार्गदर्शिका के अनुरूप शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया को पूरी करें। किसी भी स्तर पर गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। अगर जानबूझकर गड़बड़ी की कोशिश की गयी तो ऐसे नियोजन इकाइयों को चिन्हित कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वैशाली जिला में सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में शुरू होने वाले शिक्षक नियोजन को ले बुधवार को हाजीपुर के बसावन सिंह इंडोर स्टेडियम में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में अपने विचार रखते हुए डीएम जितेन्द्र श्रीवास्तव ने उक्त बाते कही। बिहार पंचायत, नगर, प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षक नियोजन 2012 को ले आयोजित बैठक की अध्यक्षता डीएम ने की। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी शशिभूषण राय समेत शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में नियोजन इकाइयों के सदस्यों मुखिया, पंचायत सचिव, जिला परिषद अध्यक्ष जय प्रकाश चौधरी, नगर परिषद सभापति समेत सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। शिक्षक नियोजन एवं सेवा-शर्त नियमावली 2012 की विस्तृत जानकारी नियोजन इकाई के सदस्यों को देते हुए डीएम ने पूरी पारदर्शिता के साथ नियोजन की प्रक्रिया को पूरा करने का सभी से अनुरोध किया। उन्होंने नियोजन इकाइयों के अध्यक्षों एवं सचिवों को कहा कि सभी के सामने फिर एक बार इतिहास दोहराने का मौका है। सभी पूरी पारदर्शिता एवं ईमानदारी से नियोजन की प्रक्रिया को पूरा कर इतिहास बनायें। ऐसा कोई काम नहीं करेंगे कि भविष्य अंधकारमय हो जाये। शिकायत का मौका नहीं मिलना चाहिए। जानबूझकर अगर कोई त्रुटि करते हैं तो फिर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। खासतौर पर सचिवों को उन्होंने निर्देशित किया कि मार्गदर्शिका के अनुरूप नियोजन की प्रक्रिया को पूरा करायें। नियोजन समिति के अध्यक्षों को भी उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि गड़बड़ी पायी गयी तो सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई होगी। आवेदन के संबंध में शिकायतों को दूर करने की दिशा में इस बार खास इंतजाम किये गये हैं। आवेदकों को हांथोंहाथ आवेदन नहीं देना है बल्कि निबंधित डाक या स्पीड पोस्ट से नियोजन इकाइयों को आवेदन भेजना है जहां निर्धारित पंजी में आवेदक पत्रों संधारित किया जाना है और उसके बाद मार्गदर्शिका के अनुरूप नियोजन की प्रक्रिया पूरी की जानी है।

सरकार के दिशा-निर्देशों के आलोक में वैशाली जिला प्रशासन ने पारदर्शी तरीके से शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया को पूरी करने को ले तैयार है। उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों को इसमें शामिल किया गया है। औचक निरीक्षण कर दल के सदस्य नियोजन इकाइयों में शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया की जांच करेंगे। किसी स्तर पर गड़बड़ी की कोई गुंजाइश न रहे इसे लेकर मुकम्मल इंतजाम किये गये है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।