Inheritance Tax Row: विरासत टैक्स से सीधे तौर पर मध्यम वर्ग होगा प्रभावित, सीतारमण ने की कांग्रेस की आलोचना
वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे वर्ष 1968 का वह दिन भी याद है जब लोगों को अनिवार्य जमा स्कीम के तहत अपनी संपत्ति या आय के बदले एक निश्चित राशि बैंक में जमा करना पड़ता था। उसका कोई कारण नहीं बताया जाता था। अगर इस प्रकार से धन अर्जित करने वालों को सजा दी जाएगी तो पिछले दस सालों में हुई भारत की तरक्की शून्य हो जाएगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विरासत टैक्स विवाद पर कांग्रेस की तीखी आलोचना की। शुक्रवार को बेंगलुरू में मतदान करने के बाद उन्होंने कहा कि विरासत टैक्स से सबसे अधिक मध्यम वर्ग प्रभावित होगा। यह टैक्स मध्यम वर्ग और उन आकांक्षी लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा जो अपने परिश्रम से अपना एक घर बनाते और कुछ बचत कर पाते हैं। विरासत टैक्स लागू होने पर वे इन संपदा को पूरी तरह से अपने बच्चों को नहीं दे पाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो पिछले 10 सालों में भारत में हुई तमाम प्रगति बेकार हो जाएगी। देश फिर से उस युग में चला जाएगा जब कांग्रेस 90 प्रतिशत टैक्स वसूलती थी।
उन्होंने कहा कि मुझे वर्ष 1968 का वह दिन भी याद है जब लोगों को अनिवार्य जमा स्कीम के तहत अपनी संपत्ति या आय के बदले एक निश्चित राशि बैंक में जमा करना पड़ता था। उसका कोई कारण नहीं बताया जाता था। अगर इस प्रकार से धन अर्जित करने वालों को सजा दी जाएगी तो पिछले दस सालों में हुई भारत की तरक्की शून्य हो जाएगी। अभी की पीढ़ी को कांग्रेस के उस जमाने की कोई जानकारी नहीं है।
सैम पित्रोदा के बयान के आधार पर हमलावर भाजपा नेताओं के आरोपों पर कांग्रेस पहले ही साफ कर चुकी है कि विरासत टैक्स लगाने का उसका कोई इरादा नहीं है और यह उनके घोषणा पत्र में भी शामिल नहीं है।