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कोर सेक्टर ग्रोथ अक्टूबर में पिछले 6 महीनों के टॉप पर, रिफाइनरी-स्टील सेक्टर में आई तेजी

देश के कोर सेक्टर की आउटपुट ग्रोथ बीते छह महीने के टॉप पर पहुंच गई है

By Surbhi JainEdited By: Updated: Thu, 01 Dec 2016 04:22 PM (IST)

नई दिल्ली। देश के कोर सेक्टर की आउटपुट ग्रोथ बीते छह महीने के टॉप पर पहुंच गई है। यह अक्टूबर महीने में 6.8 फीसदी रही, जबकि सितंबर महीने में 5 फीसदी रही और अगस्त महीने में 3.2 फीसदी रही थी। वहीं बीते वर्ष अक्टूबर में यह 3.7 फीसदी रही थी। कोर सेक्टर की क्युम्युलेटिव ग्रोथ अप्रैल से अक्टूबर के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में 4.9 फीसदी रही है।

हालांकि अक्टूबर में कोल, क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस प्रोडक्शन में सुस्ती दर्ज की गई है। आठ कोर इंडस्ट्रीज का इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) में करीब 38 फीसदी का योगदान है।

रिफाइनरी और स्टील में तेजी
अक्टूबर, 2016 में रिफाइनरी और स्टील सेक्टर में तेजी देखी गई है। इस दौरान रिफाइनरी प्रोडक्ट्स की ग्रोथ अक्टूबर 2015 की तुलना में 15.1 फीसदी रही। वहीं स्टील सेक्टर में ग्रोथ अक्टूबर 2015 की तुलना में 16.9 फीसदी रही।

सीमेंट सेक्टर में 6.2 फीसदी की ग्रोथ
सीमेंट सेक्टर में भी अक्टूबर महीने में अच्छी ग्रोथ रही है। अक्टूबर 2015 की तुलना में अक्टूबर 2016 में ग्रोथ 6.2 फीसदी ज्यादा रही है। इस सेक्टर में क्युमुलेटिव इंडेक्स में अप्रैल से अक्टूबर तक 4.8 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।

इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन बढ़ा
अक्टूबर 2016 में इलेक्टिसिटी (बिजली) प्रोडक्शन बढ़ गया है। अक्टूबर 2015 की तुलना में अक्टूबर 2016 में इस सेक्टर में 2.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। वहीं सीमेंट सेक्टर में क्युमुलेटिव इंडेक्स में अप्रैल से अक्टूबर तक 4.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।

कोल प्रोडक्शन में आई गिरावट
अक्टूबर 2016 के दौरान कोल प्रोडक्शन अक्टूबर 2015 की तुलना में 1.6 फीसदी कम रहा है। इस सेक्टर में क्युमुलेटिव इंडेक्स में अप्रैल से अक्टूबर तक 0.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

क्रूड ऑयल के प्रोडक्शन में दिखी कमजोरी
अक्टूबर 2016 में क्रूड ऑयल का प्रोडक्शन अक्टूबर 2015 की तुलना में 3.2 फीसदी कम रहा। इस सेक्टर में क्युमुलेटिव इंडेक्स में अप्रैल से अक्टूबर तक 3.3 फीसदी की कमी आई है।

नेचुरल गैस में 1.4 फीसदी कम रही ग्रोथ
अक्टूबर 2016 में नेचुरल गैस का प्रोडक्शन अक्टूबर 2015 की तुलना में 1.4 फीसदी कम रहा है। इस सेक्टर में क्युमुलेटिव इंडेक्स में अप्रैल से अक्टूबर तक 4 फीसदी की कमी आई है।