पाक टीम की ये हालत नवाज शरीफ की वजह से है : इमरान खान
टी-20 विश्व कप में बुरी तरह हारने के बाद अपने वतन लौटी पाक टीम की पाकिस्तान में जमकर आलोचना हो रही है। वहीं इस बीच क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने पाक टीम की इस हालत के लिए देश के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया
By sanjay savernEdited By: Updated: Mon, 28 Mar 2016 05:15 PM (IST)
कराची। टी-20 विश्व कप में बुरी तरह हारने के बाद अपने वतन लौटी पाक टीम की पाकिस्तान में जमकर आलोचना हो रही है। वहीं इस बीच क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने पाक टीम की इस हालत के लिए देश के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है।
1992 में पाकिस्तान को विश्व कप में जीत दिलाने वाले इमरान खान ने नवाज शरीफ पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट को फिक्स करने के लिए एक राजनीतिक फिक्सर को पद दिया। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनकी बातों का इशारा नजम सेठी की तरफ जरूर था। सेठी जो कि पाक क्रिकेट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन हैं और फिलहाल बोर्ड की एग्जीक्यूटिव कमेटी को हेड कर रहे हैं। इमरान ने एक ट्वीट करते हुए लिखा है, 'पाक में क्रिकेट दूसरे देशों की तरह एक इंस्टीट्यशन बनने में इसलिए असफल रहा क्योंकि यहां पीएम ने पीसीबी चीफ अपाइंट किए हैं।' उन्होंने आगे लिखा, 'क्रिकेट के वर्तमान क्राइसिस का सही विश्लेषण पाक को विश्व क्रिकेट के उच्चस्तर पर ले जा सकता है वहीं इसका गलत विश्लेषण असफलता लेकर आएगा।' बता दें की जब पाक में आम चुनाव हुए थे और नवाज शरीफ की पार्टी सत्ता में आई थी तब नजम सेठी पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे थे। खान ने इससे पहले भी सेठी पर चुनाव में फिक्सिंग का आरोप लगाया था। खान ने कहा कि शरीफ अपने लोगों को फायदा पहुंचाने की कला में निपुण हैं और उन्होंने एक चुनाव फिक्सर को पाकिस्तान क्रिकेट फिक्स करने का काम दे दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि अपने का पद देने और राजनीतिक दबाव के कारण की पाक की अंतरराष्ट्रीय टीम का पद्रर्शन लचर है। इसका समाधान बताते हुए इमरान ने कहा कि पाक क्रिकेट को राजनीति से पूरी तरह अलग कर दिया जाए साथ ही घरेलू क्रिकेट के ढांचे में भी सुधार की जरूरत है। उनके अनुसार इस सुधार से अच्छे टेम्परामेंट और तकनीक वाले खिलाड़ी सामने आएंगे। इस सब के अलावा खान ने देश में क्रिकेट ग्राउंड की संख्या बढ़ाने के अलावा पीसीबी द्वारा किए जा रहे अनावश्यक खर्चों को भी कम करने के लिए कहा है।