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बिना क्रिकेट सचिन की कल्पना करना मुश्किल: अंजली

'क्रिकेट के भगवान' सचिन रमेश तेंदुलकर की विदाई के वक्त न सिर्फ देश भावुक था बल्कि उनके परिवार की आंखे भी नम थी। उनकी पत्‍‌नी ने अपनी भावनाओं को काबू में रखते हुए आज कहा कि इस खेल के बिना सचिन की कल्पना करना उनके लिए बहुत ही मुश्किल है। इस खेल का छोड़ना न केवल उनके भावनात्मक एहसास है बल्कि यह पूरे

By Edited By: Updated: Sat, 16 Nov 2013 02:45 PM (IST)

मुंबई। 'क्रिकेट के भगवान' सचिन रमेश तेंदुलकर की विदाई के वक्त न सिर्फ देश भावुक था बल्कि उनके परिवार की आंखे भी नम थी। उनकी पत्‍‌नी ने अपनी भावनाओं को काबू में रखते हुए आज कहा कि इस खेल के बिना सचिन की कल्पना करना उनके लिए बहुत ही मुश्किल है। इस खेल का छोड़ना न केवल उनके भावनात्मक एहसास है बल्कि यह पूरे परिवार की भावनाएं हैं। अंजली ने कहा, 'मेरे लिए सचिन के बिना क्रिकेट की कल्पना करना मुश्किल नहीं है लेकिन बिना क्रिकेट सचिन की कल्पना करना बहुत कठिन है।'

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सचिन ने आज अपने 24 साल के लंबे सफर को विराम दे दिया। अपने करियर की आखिरी सीरीज खेल रहे सचिन की हौंसला अफजाई के लिए अंजली स्टेडियम में परिवार के साथ लगातार मौजूद रहीं। अंजली अब तेंदुलकर को एक पारिवारिक व्यक्ति के रूप में लेकर जा रही हैं। उन्होंने कहा कि घर पर चीजें काफी मुश्किल होने वाली हैं।

अंजली ने यह भी कहा, 'जब वह पारिवारिक जीवन जीना शुरू करेंगे तो चीजें मुश्किल होंगी। मुझे लगता है कि हमें भी सचिन के आसपास और सचिन को घर पर वक्त बिताने की आदत पड़ जाएगी। लेकिन मुझे सचिन को कुछ जिम्मेदारियां सौंपने में बेहद खुशी मिलेगी।'

अंजली ने बताया कि सचिन उन लोगों में से नहीं है जो अपनी भावनाओं को जाहिर करें। हालांकि, सचिन उस वक्त जरूर भावुक हुए और उनकी आंखे नम पड़ीं जब उनके साथियों ने जीत के बाद उन्हें अंतिम बार गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

उन्होंने कहा, 'सचिन अपने भावनाओं को छुपाने में काफी अच्छे हैं। सचिन कभी भी नहीं जताते कि वह मैच से पहले तनाव में हैं या किसी बात से दुखी हैं या अपने प्रदर्शन को लेकर खुश नहीं हैं।'

जब उन्हें से पुछा गया कि क्या वह चश्मे के पीछे अपनी भावनाओं को छुपाने की कोशिश कर रही हैं तो अंजली ने कहा, 'मैं उनमें से हूं जो खुद की भावनाओं को बाहर नहीं निकालती। लेकिन पिछले कुछ महीने से इन सब बातों को सोचने के कारण मेरी आंखों को नम हो जाती हैं। आज या कल अब भी हो यह बेहद बेहद भावनात्मक होगा।'

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