ICC ने किए बंपर बदलाव, कनकशन से लेकर प्लेइंग-11 तक को लेकर किए बड़े फैसले, जानिए पूरी जानकारी एक क्लिक में
विश्व क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी खेल के तीनों फॉर्मेट के लिए कई निमयों में बदलाव किए हैं और कई नए नियमों को लागू भी किया है।
आईसीसी ने बदल दिया कनकशन का नियम
दुबई, पीटीआई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को सभी प्रारूपों में खेलने के लिए नए नियमों की घोषणा की जिसमें 'कनकशन' से चोटिल होने वाले खिलाड़ियों के लिए न्यूनतम सात दिन का 'स्टैंड डाउन' समय, सीमित ओवरों के क्रिकेट में वाइड गेंद के नए नियम का ट्रायल और बाउंड्री पर कैच के संबंध में बदलाव शामिल हैं।
क्रिकेट की वैश्विक संचालन संस्था ने कहा कि टेस्ट के लिए नए नियम 2025-2027 डब्ल्यूटीसी चक्र से लागू होंगे जिसकी शुरुआत श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गाल में पहले टेस्ट के साथ हुई। इन दोनों देशों के बीच आगामी सीमित ओवरों की सीरीज वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय के लिए नए खेलने के नियमों की शुरुआत करेगी। आइसीसी ने इससे पहले टेस्ट क्रिकेट में 'स्टाप क्लाक', बाउंड्री कैच के नियम में बदलाव और वनडे मैच में 34वें ओवर के बाद केवल एक गेंद का नियम लागू करने के अन्य बड़े बदलावों की भी घोषणा की थी।
कनकशन में हुए दो बदलाव
कनकशन नियम में दो बदलाव 'कनकशन' (सिर पर चोट) प्रोटोकॉल के संदर्भ में आईसीसी कि इसमें दो बदलाव किए गए हैं। पहला तो टीमों को अब हर मैच के लिए 'कनकशन' स्थानापन्न खिलाड़ी को नामांकित करना होगा। दूसरा किसी भी खिलाड़ी को 'कनकशन' होने की स्थिति में न्यूनतम सात दिन तक खेल से बाहर रहना होगा। यह बदलाव चिकित्सा सलाहकार समिति की सिफारिश के बाद किया गया ताकि खिलाड़ियों की सुरक्षा और भलाई का ध्यान रखा जाए। इन दोनों नए नियमों का ट्रायल अक्टूबर 2025 से शुरू होकर छह महीने तक किया जाएगा।
वनडे और टी-20 में नया वाइड बॉल नियम आईसीसी ने गेंदबाजों की मदद के लिए वनडे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए एक नया 'वाइड-बाल' नियम भी लागू करने का निर्णय किया है। आईसीसी ने कहा, ट्रायल में गेंद डालते समय बल्लेबाज के पैरों की स्थिति को अब वाइड गेंद के लिए 'संदर्भ बिंदु' (रेफरेंस प्वाइंट) के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, भले ही बल्लेबाज बाद में ऑफ साइड की ओर मुड़ जाए। कोई भी लेग साइड वाली गेंद जो बल्लेबाज के पैरों के पीछे से होकर जाती है और लाइन से बाहर होती है, उसे भी वाइड कहा जा सकता है।
चोटिल होने पर अंतिम एकादश में हो सकेगा बदलाव
एक और नियम का ट्रायल घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट में किया जाना है जिसमें टीमें अंतिम एकादश में चुनने के बाद किसी खिलाड़ी के गंभीर रूप से चोटिल होने के बाद उसकी जगह किसी अन्य खिलाड़ी को शामिल कर सकती हैं। आईसीसी ने कहा, मैच शुरू होने के बाद किसी भी समय (अभ्यास सहित) अगर खेल के मैदान पर कोई खिलाड़ी गंभीर रूप से चोटिल हो जाता है तो मैच के बचे हुए हिस्से में खेलने के लिए उसके समान किसी भी खिलाड़ी द्वारा उसे बदला जा सकता है।
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