टीम इंडिया का यह 'युवराज' वापसी के लिए है बेताब
नई दिल्ली। भारत को 2011 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह इस बात से पूरी तरह से सहमती रखते हैं कि किसी भी टीम का चयन पिछले रिकॉर्ड या सफलताओं के आधार पर नहीं किया जा सकता, लेकिन उन्होंने अपने अंदाज में यह भी बताया कि सीनियर खिलाड़ियों के योगदान को भी भुलाया जाना आसान नहीं।
By Edited By: Updated: Fri, 23 Aug 2013 09:40 PM (IST)
नई दिल्ली। भारत को 2011 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह इस बात से पूरी तरह से सहमती रखते हैं कि किसी भी टीम का चयन पिछले रिकॉर्ड या सफलताओं के आधार पर नहीं किया जा सकता, लेकिन उन्होंने अपने अंदाज में यह भी बताया कि सीनियर खिलाड़ियों के योगदान को भी भुलाया जाना आसान नहीं।
पढ़े: जब सचिन तेंदुलकर ने चयनकर्ताओं की ली क्लास उन्होंने कहा कि टीम में संतुलन बनाए रखने के लिए अनुभव और युवाओं का मिश्रण जरूरी है। युवी ने कहा, 'भारतीय टीम में सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ियों का चयन होना चाहिए, इस टीम में युवाओं और अनुभवी खिलाड़ियों का संतुलन होना जरूरी है। मैं यह नहीं कह रहा कि चयन के वक्त पिछली सफलताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए, लेकिन ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि हमने जो देश के लिए हासिल किया है उसे भुला दिया जाए।' फिटनेस हासिल करने के लिए फ्रांस में महत्वपूर्ण समय गुजारने के बाद स्वदेश लौटे युवराज खुद को टीम में वापसी के लिए पूरी तरह फिट मानते हैं। युवराज से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर में होने वाली वनडे सीरीज में वापसी करना उनके लिए कठिन होगा, उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि आगे क्या होगा। मैं नहीं जानता कि अक्टूबर से पहले कितनी घरेलू क्रिकेट होगी, लेकिन मुझे अपनी योग्यता पर जरा भी शक नहीं है। मैं जल्द से जल्द टीम में वापसी के लिए तैयार हूं। बाकी सब भाग्य का खेल है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर