वैश्विक फलक पर अपने विचार रखने जाएंगे डीयू छात्र
अभिनव उपाध्याय, नई दिल्ली दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र एक बार फिर विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने को तैयार हैं। क्लस्टर इनोवेशन सेंटर में बीटेक द्वितीय वर्ष की छात्रा कीर्ति जोशी और तृतीय वर्ष के छात्र साहिल माथुर का चयन यूनिवर्सिटी आफ ग्लास्गो में 'यू-21 स्टूडेंट समिट 2014' के लिए किया गया है। वे 12 मई को स्काटलैंड रवाना होंगे और 'छात्रों के भविष्य में करियर को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय कैसे तैयारी करें' विषय पर अपने विचार रखेंगे। समिट 13 से 15 मई तक चलेगी।
क्लस्टर इनोवेशन सेंटर के प्रमुख प्रो. एमएम चतुर्वेदी ने बताया कि इनोवेशन सेंटर की तरफ से यह पहला प्रयास है। दोनों का चयन कठिन परीक्षा के आधार पर किया है। उनसे पहले इस विषय पर लिखने के लिए कहा गया फिर साक्षात्कार के बाद चयन किया गया। सम्मेलन में पहले विश्व के 21 विश्वविद्यालय भाग ले रहे थे, लेकिन इनकी संख्या 26 हो गई है। इसमें डीन इंटरनेशनल प्रो. आनंद प्रकाश भी हिस्सा लेंगे। सम्मेलन के आखिरी दिन यूनिवर्सिटी ऑफ नाटिंघम, यूनिवर्सिटी ऑफ जोहांसबर्ग के कुलपति के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश सिंह अपने विचार रखेंगे।
समिट को लेकर काफी खुश हूं : कीर्ति
ह्यूमनिटीज की छात्रा कीर्ति जोशी समिट में जाने को लेकर काफी खुश हैं। वह कहती हैं कि यह पहला मौका है जब मुझे देश से बाहर जाने का मौका मिल रहा है। मैं दूसरे देश के छात्र-छात्राओं के बीच अपने विचार रखूंगी। मेरे चयन से परिवार के लोग भी बहुत खुश हैं। कीर्ति ने राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय से बारहवीं की पढ़ाई की है। कीर्ति मूलत: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की रहने वाली हैं और अब दिल्ली के मालवीय नगर में रहती हैं। उनके पिता राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय में शिक्षक और मां गृहिणी हैं।
तकनीक को सुलभ बनाना चाहता हूं : साहिल
'बीटेक इन इनोवेशन विद मैथ एंड आइटी' के छात्र साहिल माथुर भी अपने चयन को लेकर काफी खुश हैं। साहिल कहते हैं, 'मेरा लक्ष्य तकनीकि को आम आदमी और समाज के बेहतरी के लिए सुलभ बनाना है। मैं रोबोटिक्स के क्षेत्र में काम करना चाहता हूं। साहिल के पिता प्रशासनिक सेवा में हैं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के झांसी के रहने वाले साहिल कक्षा छह से दिल्ली में पढाई कर रहे हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के जुबली हाल हास्टल में रहते हैं।