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दिनभर हंगामे के बाद शुरू हुए दाखिले

By Edited By: Updated: Thu, 10 Jul 2014 10:28 PM (IST)
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जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : दाखिले के लिए भटक रहे छात्रों ने शुक्रवार को अरबिंदो कॉलेज में जमकर हंगामा किया। छात्रों का हंगामा देख शिक्षक व कर्मचारी अपनी सीटें छोड़कर भाग खड़े हुए। कॉलेज में घुसने न देने से नाराज छात्रों ने गेट तोड़ दिया और प्रिंसिपल ऑफिस तक पहुंच गए। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने उन्हें दाखिले के लिए बुलाया था, लेकिन कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया गया। बाद में कॉलेज प्रशासन ने एक बैठक की। जिसके बाद शाम करीब चार बजे से दाखिले शुरू हुए। लेकिन इस बीच कई छात्र कॉलेज से जा चुके थे, क्योंकि उन्हें सीटें फुल होने की बात बताई गई थी।

सुबह पांच बजे से ही लग गए थे लाइन में

छात्र अपने परिजन के साथ सुबह पांच बजे से ही कॉलेज के बाहर लाइन में लग गए थे। सुबह 11 बजे तक इंतजार करने के बाद भी कॉलेज का गेट नहीं खोला गया। दोपहर करीब 12 बजे छात्रों को बताया गया कि सीटें फुल हो चुकी हैं, अब दाखिला संभव नहीं है। इस पर छात्र आक्रोशित हो उठे। छात्र और उनके परिजन इस विषय पर प्रिंसिपल से मिलकर बातचीत करना चाहते थे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद छात्र गेट को तोड़कर कॉलेज में घुस गए और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कॉलेज के कर्मचारी व शिक्षक अपनी सीटें छोड़कर भाग खड़े हुए। कॉलेज प्रशासन ने फोन करके पुलिस बल बुला लिया। पुलिस ने समझाबुझाकर छात्रों को कॉलेज से बाहर निकाला। उसके बाद शाम करीब चार बजे दाखिले शुरू हो सके। वहीं, पीजीडीएवी कॉलेज व श्यामलाल कॉलेज में भी दाखिले को लेकर हंगामा देखने को मिला। इन कॉलेजों में आए छात्र-छात्राओं को दाखिला नहीं दिया गया। जिस कारण वे रात करीब नौ बजे तक परेशान रहे।

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बीए में दाखिला लेने आए कुछ छात्र हंगामा करने लगे, जिसके चलते दाखिले की प्रक्रिया कुछ देर के लिए बाधित हुई। पुलिस के आने के बाद दाखिले शुरू कर दिए गए।

- डॉ. विपिन अग्रवाल, कार्यवाहक प्रिंसिपल, अरबिंदो कॉलेज

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तीन दिन पहले ही रख ली थी मार्कशीट

छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में तीन दिन पहले ही उनकी मार्कशीट जमा कर ली गई थी। इसलिए वे किसी और कॉलेज में भी दाखिला नहीं ले सके। बृहस्पतिवार को दाखिले का अंतिम दिन था। छात्रों का आरोप है कि जो छात्र कटऑफ लिस्ट में शामिल थे उन्हें भी दाखिला नहीं दिया गया, जबकि उनसे कम अंक लाने वाले छात्रों को पिछले दरवाजे से बुलाकर दाखिला दे दिया गया। बाद में कॉलेज प्रशासन ने अन्य छात्रों को मार्कशीट वापस करते हुए यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सीटें फुल हो गई हैं।

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मुझे बीए हिंदी ऑनर्स में दाखिला लेना था। कटऑफ में मेरा नाम होने के बावजूद मुझे दाखिला नहीं दिया गया। मेरी मार्कशीट भी तीन दिन से जमा कर रखी थी, जिसके चलते किसी और कॉलेज में भी दाखिला नहीं ले पाई।

- शिखा

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मैं पानीपत से यहां दाखिला लेने आई थी। सुबह 5 बजे से लाइन में लगी थी। कॉलेज प्रशासन ने हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।

- भाविता

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मैं सुबह से दाखिले के लिए यहां खड़ा हूं। हमें प्रिंसिपल से मिलने तक नहीं दिया जा रहा है। हमारी मार्कशीट भी तीन दिन से यहीं जमा है। इस कारण हम दूसरे कॉलेज में दाखिला नहीं ले पाए।

- नवीन

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सुबह से कॉलेज में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हमें अभी तक यह नहीं पता कि दाखिला हो पाएगा या नहीं। दाखिला नहीं देना था तो हमें बुलाया ही क्यों गया था।

- सुनील

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