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अधिक मकान किराए के खिलाफ छात्रों का भूख हड़ताल जारी

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी में लगातार मकान के किराए का बढ़ना उन छात्रों पर काफी भारी पड़ रहा ह

By Edited By: Updated: Tue, 04 Nov 2014 11:31 PM (IST)
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राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी में लगातार मकान के किराए का बढ़ना उन छात्रों पर काफी भारी पड़ रहा है जो दिल्ली में दूसरे राज्यों से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने या किसी विश्वविद्यालय में पढ़ने आए हैं। छात्रों के रहने की समस्या को देखते हुए छात्र संगठन भी काफी पहले से राजधानी में रूमरेंट कंट्रोल एक्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं।

इस मुद्दे को लेकर प्रतियोगी परीक्षा के छात्र प्रवीण कुमार सिंह अपने समर्थकों के साथ क्रिश्चियन कालोनी के बाहर लगातार पांचवे दिन भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि हमारा विरोध शांतिपूर्ण है और अब इसके लिए हमें अदालत से भी अनुमति मिल गई है। प्रवीण ने कहा कि क्रिश्चियन कालोनी के अलावा मुखर्जी नगर, नेहरू विहार, गांधी विहार, शेख सराय, बेर सराय, मुनिरका, लक्ष्मी नगर, पांडव नगर सहित दिल्ली के कई इलाके ऐसे हैं जहां पर मकान मालिक छात्रों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं। यही नहीं वसूल किए गए किराए की कोई रसीद भी किराएदारों को नहीं दी जा रही है।

मध्यमवर्ग परिवार से आने वाले लाखों छात्र आज दिल्ली में मकान मालिकों के शोषण का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि क्रिश्चियन कालोनी में एक छोटे कमरे का मकान मालिक 5-7 हजार रुपये महीना वसूल रहे हैं। हम इस मुद्दे पर जल्द ही उपराज्यपाल से भी मुलाकात करने जा रहे हैं। प्रवीण ने बताया कि स्थानीय एसडीएम ने सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

सुपौल(बिहार) की सांसद रंजीता रंजन सहित कई अन्य सांसद भी हमारी मांग का समर्थन कर रहे हैं और वह यहां छात्रों के बीच आने वाले हैं। आम आदमी पार्टी के नेता हरीश खन्ना के अलावा अन्य नेता भी यहां पहुंच रहे हैं।

यदि राजधानी में रूम रेंट कंट्रोल एक्ट लागू होता है तो न केवल छात्र बल्कि उन तमाम किराएदारों को लाभ होगा जो मकान मालिकों के शोषण का शिकार हैं।

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