शारीरिक रूप से अक्षम छात्रों के अनुकूल बनेंगी सड़कें
अभिनव उपाध्याय, नई दिल्ली दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) का नार्थ कैंपस अब दृष्टिहीन व विकलांग छात्र
By Edited By: Updated: Tue, 20 Jan 2015 01:05 AM (IST)
अभिनव उपाध्याय, नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) का नार्थ कैंपस अब दृष्टिहीन व विकलांग छात्रों के लिए और अनुकूल बनने जा रहा है। इस दिशा में डीयू के साथ दिल्ली पुलिस व लोक निर्माण विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग गैर सरकारी संगठन के माध्यम से इस पूरे इलाके का एक्सेस सर्वे कराने जा रहा है। जिसके बाद सड़क और फुटपाथ शारीरिक रूप से अक्षम छात्रों के अनुकूल बनाए जाएंगे। वर्तमान में नार्थ कैंपस इलाके में सड़कें शारीरिक रूप से अक्षम और दृष्टिबाधित छात्रों के लिए अनुकूल नहीं है, क्योंकि सभी रेड लाइट पर ऑडिटरी सिग्नल सिस्टम नहीं लगाए गए हैं। साथ ही फुटपाथों पर पीली पट्टी भी नहीं है। इस बारे में लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी इंजीनियर विशंभरदास ने बताया कि डीयू के अधिकारियों ने शारीरिक रूप से अक्षम छात्रों की सुविधा के लिए विभाग से संपर्क किया था। विभाग ने उनको फुटपाथ व सड़कों के सर्वे करने का आश्वासन दिया था। विभाग ने इसके लिए गैर सरकारी संस्था सामर्थ्यम् को नार्थ कैंपस के छह किलोमीटर के इलाके का सर्वे करने का काम दिया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। यातायात पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त अनिल शुक्ला ने बताया कि कई जगह ऑडिटरी सिग्नल सिस्टम लगा हुआ है। यह डीयू के अक्षम छात्रों की सुविधा के लिए ही लगाया गया है। इसकी मरम्मत का ध्यान भी रखा जाता है। डीयू के समान अवसर प्रकोष्ठ के प्रमुख डॉ. विपिन तिवारी ने बताया कि हम लगातार शारीरिक रूप से अक्षम छात्रों की सुविधा के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों से संपर्क कर रहे हैं। इसमें लोक निर्माण विभाग, दिल्ली नगर निगम और अन्य एजेंसियां शामिल हैं। हमें खुशी है कि लोक निर्माण विभाग ने छात्रहित में हमारी मांगों पर ध्यान दिया है।
ज्ञात हो कि डीयू में देश के किसी भी विश्वविद्यालय की अपेक्षा बड़ी संख्या में शारीरिक रूप से अक्षम छात्र-छात्राएं दाखिला लेते हैं। वर्तमान में लगभग ऐसे 1300 छात्र-छात्राएं डीयू में अध्ययनरत हैं। इनके लिए समान अवसर प्रकोष्ठ लैपटॉप व बुक रीडर से लेकर अन्य उपकरण मुहैया करा रहा है।
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