डीयू में विशेष अवसर को लेकर विवाद जारी
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) प्रशासन ने विशेष अवसर की मांग पर भले ही समिति
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) प्रशासन ने विशेष अवसर की मांग पर भले ही समिति बना दी हो, लेकिन इसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों ही नहीं, शिक्षकों के बीच भी सोशल मीडिया पर यह बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। समिति यदि इसके पक्ष में निर्णय देती है, तो काफी छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
छात्र संगठन पिछले साल से ही विशेष अवसर की मांग कर रहे हैं, लेकिन शिक्षक इस पर एकजुट नहीं हैं। इस वजह से इसका अब तक निराकरण नहीं हुआ है। कार्यकारी समिति के चुनाव से पूर्व यह मामला फिर गरमा गया है। विद्वत परिषद (एसी) के सदस्य और छात्रों की समस्या सुलझाने वाली कमेटी के चार बार सदस्य रह चुके डॉ. राजेश झा ने बताया कि वर्ष 2012 से पहले विश्वविद्यालय छात्रों को विशेष अवसर देता था। यहां स्कूल ऑफ ओपन लर्निग सहित लाखों छात्र पढ़ते हैं। मजबूरी के कारण कई छात्र विशेष अवसर की मांग करते थे। उनकी मजबूरी को देखते हुए उन्हें अवसर दिया जाता था, लेकिन यह अब बंद है। इसका कई शिक्षक और छात्र संगठन विरोध कर रहे हैं। कुछ ऐसे भी शिक्षक हैं, जो नहीं चाहते कि विशेष अवसर फिर शुरू किया जाए। गौरतलब है कि पिछले दिनों विद्वत परिषद की बैठक में सदस्य साधना शर्मा द्वारा यह मामला उठाए जाने पर कुलपति ने गुस्से में बैठक स्थगित कर दी थी। वॉयस रीगल लॉज के अंदर जब बैठक चल रही थी, तो बाहर प्रमुख छात्र संगठन विशेष अवसर की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित नागर कहते हैं कि हम काफी समय से विशेष अवसर शुरू करने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर डीयू प्रशासन से भी बातचीत की थी, लेकिन समाधान नहीं निकला।